रानीवाड़ा (जालोर). राजस्थान सरकार के पूर्व उप मुख्य सचेतक रतन देवासी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट को पत्र लिखा है. रतन देवासी ने लिखा पत्र में बताया कि राजस्थान में बड़ी संख्या में पशुपालक अपने पशुओं के चारा-पानी के कमी के चलते पलायन कर जाते हैं. पशुओं के साथ पलायन करने वाले ऐसे पशुपालक राज्य के कई जिलों में तथा अन्य राज्यों में हैं. कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति की वजह से उनके समक्ष राशन और खाद्य सामग्री की भारी समस्या आ रही है. रतन देवासी ने पत्र में पशुपालकों के सामने आ रही समस्या का समाधान कर राशन की व्यवस्था करवाने की मांग की है.
रतन देवासी का कहना है कि कई पशुपालक हर दिन अपने पशुधन के साथ चारा-पानी के लिए दिन भर बाहर रहते हैं और शाम को अपने डेरे पर लौटते हैं. अपने पास राशन सामग्री भी दो-तीन की ही रखते हैं. कई बार तो उनको अपने पशुधन और डेरे को साथ एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना पड़ता है. ऐसे पशुपालकों का स्थाई डेरा नहीं होता है.
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साथ ही उन्होंने ने बताया कि कई पशुपालकों ने मुझे अवगत कराया है कि उनको राशन की भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. इन सब पशुपालकों के पास बड़ी संख्या में भेड़, बकरी और ऊंट जैसे पशुधन है. विशेषकर ये पशुपालक बारां, कोटा, अलवर, करौली, धौलपुर, सवाई माधोपुर और झालावाड़ जिले में डेरा डाले हुए हैं. राज्य से बड़ी संख्या में पशुपालक अपने पशुधन के साथ मध्यप्रदेश, हरियाणा, पंजाब और गुजरात में भी है. इसलिए रतन देवासी ने मुख्यमंत्री गहलोत और उपमुख्यमंत्री पायलट को पत्र लिखकर पशुपालकों को पर्याप्त मात्रा में राशन दिए जाने और उनकी समस्या का समाधान करनेका निवेदन किया है.