जालोर. महिला एवं बाल विकास और महिला अधिकारिता विभाग के संयुक्त तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह के तहत एक दिवसीय जिलास्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता के निर्देशन में बहुउद्देशीय सभागार का आयोजन हुआ. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नरेन्द्र सिंह ने की.
वहीं विशिष्ट अतिथि में रूप में जालोर उपखण्ड अधिकारी चम्पालाल जीनगर और पूर्व न्यायिक अधिकारी रजनी बृजेश उपस्थित रहे. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नरेन्द्र सिंह ने महिलाओं के अधिकार, शिक्षा और कानूनी अधिकारों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक रहने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि समाज में बदलाव लाने के लिए सभी को प्रयास करना होगा. हमारे छोटे-छोटे प्रयास ही समाज में बदलाव लाते है.
इस दौरान महिला पुलिस थानाधिकारी निर्मला कंवर द्वारा महिलाओं और बालिकाओं की शिक्षा, उनके खिलाफ होने वाले अत्याचारों तथा घरेलू हिंसा के संबंध में कानूनी जानकारी दी. महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक अशोक विश्नोई और सांचोर के सीडीपीओ पूनमचन्द विश्नोई ने विभागीय योजनाओं की जानकारी दी.
कार्यक्रम में घूंघट प्रथा से मुक्ति की शपथ दिलाकर इस प्रथा का छोड़ने का संकल्प लिया गया. इस दौरान विभगीय योजनाओं की बुकलेट एवं पोस्टर का विमोचन भी किया गया. कार्यक्रम में मूकबधिर विद्यालय लेटा के छात्रों तथा विभागीय कार्यकर्ता सहायिकाओं द्वारा महिलाओं से संबंधित विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया.
पढ़ें: आपसी रंजिश को लेकर युवक पर बदमाशों ने की फायरिंग, पुलिस कर रही है आरोपियों की तलाश
विभागीय कार्यों को उत्कृष्टतापूर्वक संपादित करने पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका एवं आशा सहयोगिनी को माता यशोदा पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इस अवसर पर एनआरएचएम समन्वयक चरणसिंह, आरएसएलडीसी के प्रबन्धक राधेश्याम वैष्णव सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी एवं कार्मिक, जिले की समस्त परियोजनाओं से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका व आशा सहयोगिनी आदि उपस्थित रहे.