जालोर. कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन लागू है. जिससे लोगों को खाने पीने के सामान मिलने में परेशानी हो रही है. इसी के चलत गांवों में आवश्यक जरूरत के सामान की उपलब्धता को सुनिश्चित करने व बाजार में कालाबाजारी की शिकायतों के कारण रसद विभाग के अधिकारी गांव-गांव जाकर व्यवस्थाओं की जांच कर रहे हैं.
रसद विभाग के प्रवर्तन अधिकारी बाबू लाल जानू ने बताया कि गांवों में कालाबाजारी को रोकने व लॉकडाउन के दौरान खाद्य सामग्री की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए सांचोर व चितलवाना क्षेत्र के गांवों का दौरा किया गया. साथ ही व्यापारियों की दुकानों के बाहर रेट लिस्ट लगाने व कालाबाजारी नहीं करने के निर्देश दिए गए. उन्होंने बताया कि इस दौरान उचित मूल्य की दुकानों का भी निरीक्षण किया गया.
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बावरला की दुकान को किया निलंबित
प्रदेश में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए राज्य सरकार के खाद्य मंत्रालय ने आदेश जारी करके राशन के गेंहू को घर-घर वितरित करने के निर्देश जारी किए थे, लेकिन कुछ राशन डीलरों ने लापरवाही बरती. जिसके चलते रसद विभाग ने कार्रवाई करते हुए राशन की दूकान को निलंबित कर दिया.
जिला रसद अधिकारी बाबू लाल जानू ने बताया कि राशन वितरण प्रणाली में गड़बड़ी पाए जाने पर सांचोर उपखण्ड के बावरला गांव की उचित मूल्य के दुकानदार मैसर्स शंकराराम का प्राधिकार पत्र तुरन्त प्रभाव से निलम्बित कर दिया है.
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उचित मूल्य के दुकानदार को किराना सामान बेचने के लिये किया अधिकृत
जिले के उचित मूल्य के दुकानदारों को लाॅकडाउन की अवधि में आमजन की सुविधा को ध्यान में रखते हुए गेहूं, चीनी, आटा एवं केरोसीन, अतिरिक्त मसाले, साबुन, डिटरजेंट पाउडर, फ्लोर एवं टायलेट क्लीनर्स की बिक्री के लिए भी अधिकृत किया है, ताकि लोगों को सामग्री को लेकर भटकना या परेशान नहीं होना पड़े.