आहोर (जालोर). जिले के उपखंड क्षेत्र के सराणा गांव के गली मौहल्लों के मार्ग हमेशा किचड़ और बदहाल स्थिति में बने रहते हैं. जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. जिसपर स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि गांव में बिन बारिश भी गांव के रास्तों की स्थिति आम तौर पर हमेशा ऐसी ही बनी रहती है.
इसके अलावा गांव के मेघवालों और देवासियों के मौहल्ले में 200 परिवारों के आने-जाने में इन बदहाल और किचड़ से भरे रास्तों से आम तौर पर आना जाना रहता है. ऐसे में स्थानीय लोगों को इस भारी समस्या का सामना कर रास्ता तय करना पड़ता हैं. साथ ही गांव की राशन की दुकान भी इस मार्ग पर है. जिसमें सिर पर वजन और पैर के फिसलने की आशंका हमेशा बनी रहती है.
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इसके अलावा बाइक चालकों को हमेशा गिरने का डर बना रहता है. इस मामले में ग्रामीणों की ओर से स्थानीय निकाय को कई बार सीवरेज पाइप की मांग करने पर भी ध्यान आकर्षित नहीं हो रहा है.
गांव के जितेन्द्र देव ने कहा कि बिन बारिश भी मेघवालों और देवासियों के वास में यह हालत बनी रहती है. जिसमें कई बार मोहल्ले वासियों ने लिखित में सम्बंधित विभाग को अवगत करवाया. लेकिन स्थिति यथावत है.
जालोर में मिशन अमृत ऑक्सीजन बैंक का हुआ शुभारंभ
जालोर में कोरोना के मामलों को देखते हुए भामाशाहों ने जिला मुख्यालय पर मिशन अमृत ऑक्सीजन बैंक का शुभारंभ किया. इस ऑक्सीजन बैंक में 50 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीने उपलब्ध करवाई गई हैं, जो कोविड संक्रमित मरीजों को जरूरत के हिसाब से दी जाएगी.