रानीवाड़ा (जालोर). परदेस से लौट रहे लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग बनाने की बात की जा रही है. लेकिन अभी भी लोग लापरवाही में ऐसा नहीं कर रहे हैं. दूसरी ओर जालोर के रानीवाड़ा तहसील स्थित बड़गांव में एक पिता ने महाराष्ट्र से लौटे अपने बेटे के लिए अलग से छप्पर बना दिया.
लॉकडाउन में महाराष्ट्र से परमिशन लेकर जसवंत सिंह भोमिया राजपूत बड़गांव पहुंचे तो उनके पिता प्रताप सिंह ने उनके लिए खेत में अलग से छप्पर बना दिया. जसवंत महाराष्ट्र में व्यवसाय करते हैं और लॉकडाउन के बाद जसवंत महाराष्ट्र से बड़गांव के लिए परमिशन लेकर रवाना हुए. 6 दिन के सफर के बाद जसवंत बड़गांव पहुंचे. जब वह अपने घर लौटे तो कोरोना के कहर से बनी दूरियां यहां भी कम नजर नहीं आई.
पिता ने बनाया छपरा...
जसवंत के पिता प्रताप सिंह ने अपने खेत में अलग एक नया छप्पर बनाकर तैयार कर दिया था. जहां उन्हें परिवार से अलग रहकर खुद को सोशल डिस्टेंसिंग के नियम की पालना करना शुरू किया है. उनके परिजन आवश्यक जरूरतें यहां मुहैया करवा दिए हैं. जसवंत ने बताया कि महाराष्ट्र से परमिशन लेकर बड़गांव पहुंचे तो खेत में अलग से उनके लिए छप्पर बना था. चिकित्सा विभाग की टीम द्वारा उन्हें 14 दिन तक इस छप्पर में रहने के निर्देश दिए गए हैं.
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प्रताप ने बताया कि मेरा बेटा महाराष्ट्र से बड़गांव पहुंचा तो उन्होंने खेत में अलग छप्पर बनाकर तैयार कर दिया था. ताकि वह आते ही इस छपरे में रह सके. 14 दिन तक इस छप्पर में वो रहेगा. उसके बाद जो भी चिकित्सा विभाग के निर्देश होंगे, उनका पालन करेगा.
बता दें कि जसवंत के पास न तो कोई परिजन जाता है और न ही आसपास के लोग. साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बड़गांव के प्रभारी डॉ. कान्तिलाल लाल चौधरी जसवंत का दिन में दो बार चेकअप करते हैं और अन्य डॉक्टरों द्वारा पूरी मॉनिटरिंग भी की जा रही है.