जालोर. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत लोन लेने वाले किसानों की फसलों का बैंक की ओर से बीमा किया जाता है. इस बार पहली बार ऐसा हुआ, कि इस योजना में सबसे ज्यादा अऋणी किसानों ने बीमा करवाया है.
इस बार जालोर जिले में दिसम्बर माह में दो बार टिड्डी ने धावा बोला है. जिसके कारण लाखों हेक्टेयर में बोई रबी की फसल बर्बाद हो गई. किसानों को राहत दिलवाने के लिए प्रशासन ने कड़ी मेहनत की और हर पंचायत में जाकर किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा करवाने की अपील की. बीमा करने के लिए स्पेशल बैंक के अधिकारियों को ब्लॉक स्तर पर नियुक्त किया गया. जिसका परिणाम रहा है, कि पूरे प्रदेश में अऋणी किसानों का 94 प्रतिशत बीमा अकेले जालोर जिले ने किया है.
जालोर में सबसे ज्यादा अऋणी किसानों ने कराया बीमा
प्रदेश में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत कराए गए बीमा में जालोर जिले में सबसे ज्यादा 33 हजार 922 किसानों ने बीमा कराया है. दूसरे नम्बर पर बूंदी है, जिसमें 572 और तीसरे नम्बर पर जैसलमेर रहा. जैसलमेर में 323 किसानों ने बीमा कराया. जबकि सबसे कम डूंगरपुर में मात्र 1 अऋणी किसान ने ही बीमा कराया.
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सीएम गहलोत ने की कलेक्टर के काम की सराहना
जिले में टिड्डी प्रभावित क्षेत्र में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद सांचोर क्षेत्र के डेडवा गांव में सभा करके गए थे. जिसमें किसानों से उन्होंने खुद बीमा करवाने की अपील की थी. जिसके बाद अब प्रदेश में जालोर के अव्वल आने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जालोर कलेक्टर महेंद्र कुमार सोनी के कार्य की सराहना की है.
जिले में सबसे ज्यादा टिड्डी ने पहुंचाया नुकसान
जिले में इस बार दिसम्बर माह में दो बार टिड्डी ने धावा बोला और रबी की फसल को बर्बाद कर दिया. जिसके बाद किसान सीधे सरकार से मुआवजे की मांग कर रहे थे. ऐसे में वन व पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई सहित प्रशासन ने किसानों से बीमा करवाने की अपील की, लेकिन कर्जमाफी के कारण सहकारी बैंक से किसानों को कर्ज नहीं मिलने के कारण किसानों ने अऋणी के तौर पर ई-मित्रों पर जाकर अपनी फसलों का बीमा करवाया.