जालोर. राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ जन-जन तक पहुंचाना जरूरी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा के अनुरूप जब तक योजनाओं की प्रभावी मॉनिटरिंग नहीं हो, तब तक इनका लाभ आमजन तक नहीं पहुंच सकता. ये बात राज्य के खान एवं गोपालन मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री प्रमोद जैन भाया ने सोमवार को जालोर में जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक में कही.
बैठक की अध्यक्षता करते हुए भाया ने निर्देश दिए कि अधिकारी बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन और प्रगति पर ध्यान देने व विभागवार प्रगति को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. उन्होंने पीएचईडी के अधिकारियों से कण्टीजेंसी प्लान के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि आगामी दिनों में पेयजल की समस्या विकराल रूप लें. उससे पहले हम सुगम पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करें.
साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर पर चिंता जताते हुए कहा कि राजस्थानवासियों ने पिछली बार भी अपने अनुशासन का परिचय देकर कोरोना गाइडलाइन का पालन किया था. इस बार भी उन्हें कोरोना गाइड़लाइन की पालना सुनिश्चित करनी होगी. मंत्री भाया ने सांसद देवजी पटेल की ओर से जेतु गांव में बिजली के तारों से झुलसे बच्चों के इलाज का मामला जानकारी में लाने पर जिला कलेक्टर को निर्देशित किया कि वे बच्चों के इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करें और सरकार से मिलने वाली आर्थिक सहायता से इन्हें राहत प्रदान करें.
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उन्होंने कहा कि अधिकारी शासन की रीढ़ की हड्डी होते हैं जो आपसी समन्वय के साथ योजनाओं के सफल क्रियान्वयन से आमजन को अधिकतम लाभ पहुंचाएं. प्रभारी मंत्री भाया ने फ्लैग्शिप योजनाओं की जानकारी ली. उन्होंने शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत उपभोक्ताओं तक गुणवत्तापूर्ण वस्तुएं पहुंचाने के लिए निर्देश दिए. इसके अलावा जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने विभागवार योजनाओं और बजट घोषणाओं से अवगत करवाया. साथ ही कोविड वैक्सीनेशन की जानकारी दी. समीक्षा बैठक में इंदिरा रसोई योजना, सिलिकोसिस, टीकाकरण, खाद्यान्न वितरण, पालनहार योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, वाटरशेड सहित विभागों की योजनाओं की समीक्षा की गई और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए. इस दौरान बैठक में जिला प्रमुख राजेश कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे.