रानीवाड़ा (जालोर). जसवंतपुरा कस्बे में पंचायत समिति सभागार में प्रथम साधारण सभा की बैठक आयोजित हुई. इस बैठक में स्थानीय विधायक नारायण सिंह देवल और विकास अधिकारी सुनीता परिहार के बीच विवाद हो गया. विधायक नारायण सिंह देवल और भाजपा जनप्रतिनिधि बैठक का बहिष्कार करते हुए बाहर आ गए और पंचायत समिति कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए.
जानकारी के अनुसार जब विधायक नारायण सिंह देवल पंचायत समिति सभागार में बैठक में पहुंचे, तो भाजपा के कुछ जनप्रतिनिधियों ने उनसे विकास अधिकारी सुनीता परिहार की शिकायत की कि विकास अधिकारी ने पूर्व जनप्रतिनिधियों और चुने हुए जनप्रतिनिधियों के रिश्तेदारों को बैठक से बाहर कर दिया है. इस पर विधायक ने विकास अधिकारी से पूछा. विकास अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार के आदेश अनुसार जनता द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधि ही बैठक में भाग ले सकते हैं. जनप्रतिनिधियों के रिश्तेदार व अन्य लोगों का प्रवेश निषेध है.
कर्मचारियों ने भी जताया विरोध
विधायक नारायण सिंह देवल और विकास अधिकारी के बीच हुए विवाद को लेकर पंचायत समिति के कर्मचारियों ने विरोध जताया. कर्मचारियों का कहना था कि राज्य सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार साधारण बैठक में जनता द्वारा चुने हुए जनप्रतिनिधि ही भाग ले सकते हैं, लेकिन विधायक का जनप्रतिनिधियों के साथ आए उनके रिश्तेदारों को भी बैठक में बिठाने को लेकर विकास अधिकारी से विवाद करना गलत है. सरकार के नियमों का पालन करना जरूरी है.
विधायक देवल ने लगाए आरोप
स्थानीय विधायक नारायण सिंह देवल ने विकास अधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा जनप्रतिनिधियों व उनके समर्थकों को बैठक की सूचना तक नहीं दी जाती है और विकास अधिकारी द्वारा इनके कामों को लेकर भी नजर अंदाज किया जाता है. जिसको लेकर भाजपा जनप्रतिनिधियों व समर्थकों के साथ कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया गया है.
सभी जनप्रतिनिधियों को दी जानकारी
जसवंतपुरा पंचायत समिति के विकास अधिकारी सुनिता परिहार ने बताया कि जसवंतपुरा पंचायत समिति की प्रथम साधारण बैठक की सूचना सभी जनप्रतिनिधियों को दी गई थी. विधायक महोदय द्वारा चुने हुए जनप्रतिनिधियों के रिश्तेदारों व अन्य लोगों को बैठक में बिठाने को कहा गया, जो सरकार के नियमों के विरुद्ध है.
बैठक की नहीं दी सूचना
रानीवाड़ा विधायक नारायण सिंह देवल ने बताया कि मैं करीब साढ़े 12 बजे पंचायत समिति की बैठक हॉल के बाहर पहुंचा तो गेट के बाहर खड़े कुछ जनप्रतिनिधियों ने मुझे इस बारे जानकारी दी. जिस पर मैंने कक्ष में विकास अधिकारी से इस बारे में कहा तो विकास अधिकारी अपनी हठधर्मिता पर अड़ी रही. स्थानीय विधायक होने के बावजूद भी मुझे साधारण बैठक की कोई सूचना नहीं दी गई. जब मेरे द्वारा भीनमाल विधायक से भी दूरभाष पर बैठक की सूचना के बारे में पूछा तो उन्होंने भी अनभिज्ञता बताई.
विधायक के बिगड़े बोल
रानीवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण सिंह देवल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में विधायक नारायण सिंह देवल एक महिला अधिकारी को अपशब्दों के साथ संबोधित करते हुए उस महिला अधिकारी को जमकर धमका रहे हैं. वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर विधायक एवं भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण सिंह देवल के प्रति लोग आक्रोश जता रहे हैं.
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बता दें कि इस वीडियो में रानीवाड़ा विधायक नारायण सिंह देवल जसवंतपुरा विकास अधिकारी सुनीता परिहार से नाराजगी जता रहे हैं. साथ ही पंचायत समिति के एक कर्मचारी को इशारा करते हुए धमकी भरे शब्दों में कहते हैं कि इसको समझा दो अन्यथा रगड़ के छोड़ दूंगा. इन शब्दों को लेकर विधायक के विरुद्ध स्थानीय लोगों में आक्रोश का माहौल बन गया है.
दरअसल 28 जनवरी को जसवंतपुरा पंचायत समिति की पहली बैठक होनी थी. इस बैठक में वर्तमान में जनप्रतिनिधियों के साथ उनके कुछ रिश्तेदार भी बैठक में शामिल होने आ गए. इस कारण विकास अधिकारी सुनीता परिहार ने उन्हें नियमों का हवाला देते हुए बैठक से बाहर निकाला था, लेकिन इस पर विधायक नारायण सिंह देवल नाराज हो गए और समर्थकों के साथ बाहर आ गए. उन्होंने इसका गुस्सा विकास अधिकारी सुनीता परिहार पर उतारा. साथ ही पंचायत समिति के एक कर्मचारी को कहा कि आप तो मुझे अच्छी तरह से ऊपर से नीचे तक जानते हो. यह विकास अधिकारी को भी समझा दो, अन्यथा इन्हें रगड़ के छोड़ दूंगा.