सांचौर (जालोर). नर्मदा नहर परियोजना की बालेरा और अगार वितरिका माईनर से निकलने वाली नहर की सभी वितरिकाओं में पानी न छोड़ने पर किसानों ने बुधवार को सांचौर नर्मदा नगर स्थित नर्मदा नहर परियोजना मुख्यालय के आगे धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने बताया कि तीन दिन के अल्टीमेटम देने के बावजूद भी नहर में पानी नहीं छोड़ा गया है. किसानों ने आरोप लगाया कि इस वर्ष नर्मदा अधिकारियों ने सिस्टम से पानी देने की मुहिम शुरू की है जिससे हजारों किसानों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने बताया कि नर्मदा विभाग में तीन तीन वर्ष पहले गिरदावरी और डिमांड राशि भरने के बावजूद उन्हें पानी समय पर नहीं मिल पा रहा है. इस मौके पर किसानों ने फसल के नुकसान को लेकर भी चिंता जताई. उन्होंने बताया कि पानी न मिलने से हालात यह है कि रबी के सीजन की पहली पाण भी किसान नहीं दे पा रहे हैं.
क्या है वितरित सिस्टम
नर्मदा नहर परियोजना सांचौर के मुख्य नहर से लिप्ट कैनाल में पानी छोड़ा जाता है. लिप्ट कैनाल से वितरिका से माईनर और सब माईनरों में पानी की सप्लाई दी जाती है. वहां से पानी डिग्गीयों मे जाता है और डिग्गिंयो के माध्यम से किसानों को सप्लाई दी जाती है.
डिग्गीयों पर असुविधा
किसानों ने बताया कि नर्मदा नहर आए 9 साल हो गए हैं. बावजूद इसके अभी तक नहरी सिस्टम को धरातल पर बिल्कुल भी लागू नहीं किया गया है. जिससे इस वर्ष किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. अवैध जो पम्पिंग सिस्टम लगे हूए हैं उन्हें विभाग हटा रहा है और नर्मदा का सिस्टम शुरू नहीं होने से किसानों को पानी नहीं मिल रहा है.
रबी की सीजन में पानी से वंचित किसान
नर्मदा नहर परियोजना सांचौर के मुख्यालय के आगे आए दिन अलग अलग वितरिकाओं को किसान का जमावड़ा रहता है. उनकी मुख्य मांग है कि उन्हें नहर से पानी को सिंचाई के उपयोग दिया जाए. उन्होंने कहा कि जब तक नहर में सुचारु रूप से पानी नहीं छोड़ा जाएगा तब तक धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा. इस दौरान पर्यावरण प्रेमी गंगाराम पूनिया ,बावरला किसान नेता भवरलाल गोदारा,कृष्ण लाल लोल सहित अन्य लोग उपस्थित रहे.