ETV Bharat / state

जालोर में एक प्रिंसिपल का लेटर हुआ वायरल...कांग्रेस पर लगाया गंभीर आरोप

जालोर जिले के रानीवाड़ा उपखंड के कोड़का ग्राम पंचायत लोकसभा चुनावों के बीच अचानक चर्चा में आ गई थी. गांव की सरकारी स्कूल में कार्यरत प्रधानाचार्य ने शिक्षा निदेशक बीकानेर के नाम पत्र लिखकर सोशल मीडिया पर डाल दिया.

author img

By

Published : May 31, 2019, 12:10 PM IST

जालोर में एक प्रिंसिपल का लेटर हुआ वायरल

जालोर. जिले के कोड़का गांव की सरकारी स्कूल में कार्यरत प्रधानाचार्य ने शिक्षा निदेशक बीकानेर के नाम पत्र लिखकर सोशल मीडिया पर डाल दिया. जिसमें कांग्रेस के नेताओं पर खुला आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सेना के खिलाफ बेतुके बयान देकर उनका मनोबल तोड़ते है.

इसके साथ यह भी लिखा था कि ऐसे कांग्रेस की सरकार में एक दिन भी नौकरी नहीं कर सकता.जैसे ही यह पत्र सोशल मीडिया में वायरल हुआ तो हंगामा मच गया. आनन फानन में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की टीम हरकत में आई और वायरल पत्र की सत्यता जानने के प्रयास शुरू कर दिये. लेकिन जिस प्रधानाचार्य के नाम से पत्र वायरल हो रहा था. काफी समय से स्कूल से गैरहाजिर थे और उनका फोन भी बंद था.

शिक्षा विभाग ने पड़ताल की तो पता चला कि पत्र तो प्रधानाचार्य राकेश सिंह बारेठ ने लिखा है, लेकिन वो लगातार स्कूल से अनुपस्थित चल रहे थे, बाद में अचानक 6 मई को प्रधानाचार्य बारेठ ने वापस गुपचुप तरीके से ज्वॉइन कर ली. इस मामले में शिक्षा विभाग के अधिकारियों से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन सवालों के जवाबों को टाल दिया. लोकसभा चुनावों के कारण चर्चित हुआ वायरल पत्र प्रधानाचार्य राकेश सिंह ने शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के नाम लिखे थे.

जालोर में एक प्रिंसिपल का लेटर हुआ वायरल

वहीं लोकसभा के चुनावों के बीच में अचानक यह पत्र सामने आने के बाद लोगों में तरह तरह कयासों का बाजार गर्म था. वहीं चुनावों में इसी पत्र को भाजपा के पदाधिकारियों ने भुनाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी.

जालोर. जिले के कोड़का गांव की सरकारी स्कूल में कार्यरत प्रधानाचार्य ने शिक्षा निदेशक बीकानेर के नाम पत्र लिखकर सोशल मीडिया पर डाल दिया. जिसमें कांग्रेस के नेताओं पर खुला आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सेना के खिलाफ बेतुके बयान देकर उनका मनोबल तोड़ते है.

इसके साथ यह भी लिखा था कि ऐसे कांग्रेस की सरकार में एक दिन भी नौकरी नहीं कर सकता.जैसे ही यह पत्र सोशल मीडिया में वायरल हुआ तो हंगामा मच गया. आनन फानन में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की टीम हरकत में आई और वायरल पत्र की सत्यता जानने के प्रयास शुरू कर दिये. लेकिन जिस प्रधानाचार्य के नाम से पत्र वायरल हो रहा था. काफी समय से स्कूल से गैरहाजिर थे और उनका फोन भी बंद था.

शिक्षा विभाग ने पड़ताल की तो पता चला कि पत्र तो प्रधानाचार्य राकेश सिंह बारेठ ने लिखा है, लेकिन वो लगातार स्कूल से अनुपस्थित चल रहे थे, बाद में अचानक 6 मई को प्रधानाचार्य बारेठ ने वापस गुपचुप तरीके से ज्वॉइन कर ली. इस मामले में शिक्षा विभाग के अधिकारियों से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन सवालों के जवाबों को टाल दिया. लोकसभा चुनावों के कारण चर्चित हुआ वायरल पत्र प्रधानाचार्य राकेश सिंह ने शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के नाम लिखे थे.

जालोर में एक प्रिंसिपल का लेटर हुआ वायरल

वहीं लोकसभा के चुनावों के बीच में अचानक यह पत्र सामने आने के बाद लोगों में तरह तरह कयासों का बाजार गर्म था. वहीं चुनावों में इसी पत्र को भाजपा के पदाधिकारियों ने भुनाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी.

Intro:कांग्रेस के नेताओं पर राष्ट्र विरोध बयान देने का आरोप लगाकर प्रधानाचार्या ने दिया इस्तीफा, बाद में गोपनीय तरीके से की जॉइन - जालोर के कोड़का गांव का मामला - वायरल पत्र के बाद अचानक 6 मई को प्रधानाचार्य ने वापस की जॉइन जालोर जालोर जिले के रानीवाड़ा उपखंड के कोड़का ग्राम पंचायत लोकसभा चुनावों के बीच अचानक चर्चा में आ गई। गांव की सरकारी स्कूल में कार्यरत प्रधानाचार्य ने शिक्षा निदेशक बीकानेर के नाम पत्र लिखकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। जिसमें कांग्रेस के नेताओं पर खुला आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सेना के खिलाफ बेतुके बयान देकर उनका मनोबल तोड़ते है। इसके साथ यह भी लिखा था कि ऐसे कांग्रेस की सरकार में एक दिन भी नोकरी नहीं कर सकता। जैसे ही यह पत्र सोशल मीडिया में वायरल हुआ तो हंगामा मच गया। आनन फानन में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की टीम हरकत में आई और वायरल पत्र की सत्यता जानने के प्रयास शुरू कर दिये, लेकिन जिस प्रधानाचार्य के नाम से पत्र वायरल हो रहा था वो काफी समय से स्कूल से गैरहाजिर थे और उनका फ़ोन भी बंद था। बाद में शिक्षा विभाग ने पड़ताल की तो पता चला कि पत्र तो प्रधानाचार्य राकेश सिंह बारेठ ने लिखा है, लेकिन वो लगातार स्कूल से अनुपस्थित चल रहे थे, बाद में अचानक 6 मई को प्रधानाचार्य बारेठ ने वापस गुपचुप तरीके से जॉइन कर ली। इस मामले में शिक्षा विभाग के अधिकारियों से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन सवालों के जवाबों को टाल दिया। लोकसभा चुनावों के कारण चर्चित हुआ वायरल पत्र प्रधानाचार्य राकेश सिंह ने शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के नाम लिखे पत्र में कांग्रेस नेताओं पर खुला आरोप लगाया थ। वहीं लोकसभा के चुनावों के बीच में अचानक यह पत्र सामने आने के बाद लोगों में तरह तरह कयासों का बाजार गर्म था। वहीं चुनावों में इसी पत्र को भाजपा के पदाधिकारियों ने भुनाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। यह आरोप लगाया था पत्र में प्रधानाचार्य राकेश सिंह ने जो पत्र सोशल मीडिया पर पत्र वायरल किया था जिसमें लिखा था कि वह एक सैनिक का पुत्र हूं। एनसीसी में एएनओ के पद पर रहा हूं। आरडीसी गणतंत्र दिवस शिविर में भी भाग लिया था। वहां पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिला था। वह एक निर्भीक, राष्ट्रप्रेमी व्यक्ति है। ऐसे व्यक्ति के बारे में कांग्रेस के नेता बेतुके बयान देते हैं और उनको चोर कहते हैं। जिससे मेरा मन बहुत आहत है। में ऐसी कांग्रेस की सरकार में 1 दिन भी नौकरी नहीं करना चाहता। ऐसे में 18 अप्रैल से राजकीय सेवा से त्यागपत्र देता हूं। इस पत्र में उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेस के नेता सेना का मनोबल कमजोर करने वाले बयान भी देते हैं। पड़ताल में चौकाने वाले हुए खुलासे प्रधानाचार्य राकेश सिंह के पत्र वायरल होने व उसके बाद अचानक वापस स्कूल जॉइन करने की खबर ईटीवी भारत को लगी तो ईटीवी भारत की टीम ने कोड़का गांव का रुख किया। गांव में पड़ताल की तो उनके एक साथ काम करने वाले यूडीसी मोहन लाल से मुलाकात हो गई। उनसे उनके बारे में जानना चाहा तो पूरी कहानी सामने आ गई। इस पत्र को वायरल करने से पहले भी स्कूल में भगवा धारण किया था। तब स्कूल से 4 या 5 दिन गायब रहने के बाद एक दिन अचानक भगवा धारण करके स्कूल पहुंच गए। जिसके बाद ग्रामीणों ने समझा कर भगवा उतरवाया था। वहीं कोड़का गांव के ग्रामीणों से प्रधानाचार्य के बारे में जाना तो पता चला कि काफी समय से कर्ज व पारिवारिक परेशानी से परेशान है। जिसके कारण ऐसा कदम उठाया था, लेकिन बाद में परिवार वालों के समझाने से वापस स्कूल में जॉइन कर ली।


Body:जालोर


Conclusion:इस खबर में वायरल पत्र मेल से भेज रहा हूं। इस खबर को आज चलवाई जाए। खबर को तीन दिन हो गए है। पेंडिंग है। इसका वायरल पत्र मेल पर भेज रहा हूं।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.