जालोर. जिले के कोड़का गांव की सरकारी स्कूल में कार्यरत प्रधानाचार्य ने शिक्षा निदेशक बीकानेर के नाम पत्र लिखकर सोशल मीडिया पर डाल दिया. जिसमें कांग्रेस के नेताओं पर खुला आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सेना के खिलाफ बेतुके बयान देकर उनका मनोबल तोड़ते है.
इसके साथ यह भी लिखा था कि ऐसे कांग्रेस की सरकार में एक दिन भी नौकरी नहीं कर सकता.जैसे ही यह पत्र सोशल मीडिया में वायरल हुआ तो हंगामा मच गया. आनन फानन में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की टीम हरकत में आई और वायरल पत्र की सत्यता जानने के प्रयास शुरू कर दिये. लेकिन जिस प्रधानाचार्य के नाम से पत्र वायरल हो रहा था. काफी समय से स्कूल से गैरहाजिर थे और उनका फोन भी बंद था.
शिक्षा विभाग ने पड़ताल की तो पता चला कि पत्र तो प्रधानाचार्य राकेश सिंह बारेठ ने लिखा है, लेकिन वो लगातार स्कूल से अनुपस्थित चल रहे थे, बाद में अचानक 6 मई को प्रधानाचार्य बारेठ ने वापस गुपचुप तरीके से ज्वॉइन कर ली. इस मामले में शिक्षा विभाग के अधिकारियों से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन सवालों के जवाबों को टाल दिया. लोकसभा चुनावों के कारण चर्चित हुआ वायरल पत्र प्रधानाचार्य राकेश सिंह ने शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के नाम लिखे थे.
वहीं लोकसभा के चुनावों के बीच में अचानक यह पत्र सामने आने के बाद लोगों में तरह तरह कयासों का बाजार गर्म था. वहीं चुनावों में इसी पत्र को भाजपा के पदाधिकारियों ने भुनाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी.