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सांचौर में बंद पड़ी नर्सरी का लोकार्पण, आम लोगों को मिल सकेंगे अब पौधे - वन विभाग की नर्सरी

जालोर के सांचौर के नेशनल हाइवे पर वन विभाग की नर्सरी बनी हुई थी, लेकिन यह नर्सरी कई वर्षों से बंद होने के कारण आम लोगों को इसका फायदा नहीं मिल पा रहा था. ऐसे में गुरुवार को वन और पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई और जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल के मौजूदगी में नर्सरी का लोकार्पण करके इसे वापस शुरू किया गया. इस नर्सरी से अब आम लोगों को सस्ती दरों में पौधे मिल सकेंगे.

Closed nursery inaugurated, बंद पड़ी नर्सरी का हुआ लोकार्पण
बंद पड़ी नर्सरी का हुआ लोकार्पण
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Published : Jul 2, 2020, 7:43 PM IST

जालोर. जिले के सांचौर में वर्षों से बंद पड़ी नर्सरी का गुरुवार को लोकार्पण करके वन और पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई और जालोर सिरोही सांसद देवजी पटेल ने वापस शुरू किया. इस दौरान वन मंत्री बिश्नोई ने कहा कि जिले के वन मंडल के अंतर्गत सांचौर में नर्सरी थी, लेकिन विगत कई वर्षों से यह नर्सरी बंद थी. ऐसे में अब इसको वापस से शुरू किया गया हैं.

उन्होंने बताया कि इस नर्सरी का फायदा आसपास के लोगों को मिलेगा. यहां उन्हें सस्ती दरों में विभिन्न किस्म के पौधे उपलब्ध हो सकेंगे. उप वन संरक्षक मंगल सिंह राठौड़ ने बताया कि यह नर्सरी शहर में सांचौर-गुजरात को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर स्थित है, जो कि लम्बे समय से बंद पड़ी थी. स्थानीय मांग और आवश्यकता को देखते हुए गत वर्ष इस नर्सरी में नवाचार करते हुए 16 पक्के बेड, सीड स्टोर, भूमिगत सीमेन्टेड पानी का टांका बनाते हुए पुनर्जीवित किया गया.

पढ़ेंः 'वंदे भारत मिशन' के तहत चार चार्टर और 4 फ्लाइट से 704 प्रवासी पहुंचे जयपुर

उन्होंने बताया कि इस बार 10 हजार फलदार, फूलदार पौधे करंज, जामुन, अमरूद, केशिया-श्यामा, गुलर, अरडु, गिलोय, खेजड़ी, रोहिड़ा, बोगन वेल, शीशम, तुलसी, आंवला, पपीता, बिलपत्र को तैयार किए गए है, जो कि अब आमजन में वितरित किए जाएंगे. इस नर्सरी के पुन आरंभ होने से ना केवल सांकेतिक सरकारी दरों पर सांचौरवासियों को फलदार और फूलदार पौधे उपलब्ध होंगे, बल्कि सांचौर के आस-पास पौधरोपण को बढ़ावा मिलने से शुद्ध वातावरण भी उपलब्ध हो पाएगा.

जालोर. जिले के सांचौर में वर्षों से बंद पड़ी नर्सरी का गुरुवार को लोकार्पण करके वन और पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई और जालोर सिरोही सांसद देवजी पटेल ने वापस शुरू किया. इस दौरान वन मंत्री बिश्नोई ने कहा कि जिले के वन मंडल के अंतर्गत सांचौर में नर्सरी थी, लेकिन विगत कई वर्षों से यह नर्सरी बंद थी. ऐसे में अब इसको वापस से शुरू किया गया हैं.

उन्होंने बताया कि इस नर्सरी का फायदा आसपास के लोगों को मिलेगा. यहां उन्हें सस्ती दरों में विभिन्न किस्म के पौधे उपलब्ध हो सकेंगे. उप वन संरक्षक मंगल सिंह राठौड़ ने बताया कि यह नर्सरी शहर में सांचौर-गुजरात को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर स्थित है, जो कि लम्बे समय से बंद पड़ी थी. स्थानीय मांग और आवश्यकता को देखते हुए गत वर्ष इस नर्सरी में नवाचार करते हुए 16 पक्के बेड, सीड स्टोर, भूमिगत सीमेन्टेड पानी का टांका बनाते हुए पुनर्जीवित किया गया.

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