जालोर. जिले का एक छोटा सा गांव साथू जिसको डिजिटल करने की बदौलत भामाशाह ने अपने प्रयासों से गांव की तस्वीर ही बदल दी. भामाशाह तेजराज राजपुरोहित ने संपूर्ण गांव में सीसीटीवी कैमरे लगाकर साथू गांव को डिजिटल बनाने की पहल की है.
गांव सहित विभिन्न स्थानों पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरे
भामाशाह तेजराज राजपुरोहित की पहल पर वराह टेक्नोलॉजी कंपनी भीनमाल द्वारा गांव सहित राजकीय अस्पताल व राजकीय विद्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगाये गए हैं. भामाशाह का कहना है कि शहरों के साथ गांव भी डिजिटल होने चाहिए. इस तर्ज पर गांव में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
पंचायत समिति से होगी सीसीटीवी की मॉनिटरिंग
साथू गांव में करीब 5 किलोमीटर के क्षेत्रफल में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. देखा जाए तो गांव के प्रवेश द्वार सहित विभिन्न स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे की नजर रहेगी. जिसकी मॉनिटरिंग पंचायत समिति से की जाएगी. पंचायत समिति में बैठकर पूरे गांव को देखा जा सकता है.
पढ़ें- मां का संस्कार करते समय आया कॉल, 45 मिनट में ही पिता की भी मौत, बेटियों ने बिलखते हुए दी मुखाग्नि
सरपंच मांगीलाल देवासी ने बताया कि भामाशाह की यह पहल बहुत ही सराहनीय है. जिसके चलते साथू गांव को डिजिटल बनाया जा रहा है. वहीं आने वाले समय में गांव को भामाशाह की ओर से फ्री वाईफाई युक्त बनाने की योजना बनाई जा रही है. ग्रामीणों का कहना है कि जालोर जिला एक पिछड़े वर्ग की श्रेणी में आता है, मगर भामाशाह की पहल पर गुजरात के कई मॉडल गांव की श्रेणी में साथू को अब राजस्थान के मानचित्र में देखा जाएगा.
साथू गांव को जिले का पहला डिजिटल गांव बनाने की मेरी इच्छा लंबे समय से थी. जो सपना अब पूरा हो पाया है. पूरे गांव में करीब 5 लाख की लागत से 5 किलोमीटर के क्षेत्रफल में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और इसके साथ ही राजकीय अस्पताल व राजकीय विद्यालय में भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. पूर्व में भी गांव में स्ट्रीट लाइट का कार्य करवाया गया था. अब मेरा लक्ष्य गांव को फ़्री वाईफाई युक्त बनाने की इच्छा है. जिसको लेकर योजना बनाई जा रही है.