रानीवाड़ा (जालोर). लॉकडाउन के हालातों के बीच रानीवाड़ा क्षेत्र के गांवों में अवैध तरीके से रातों-रात ट्यूबवेल की खुदाई हो रही है और प्रशासन खुदाई होने के बाद सवेरे ही मौका मुआयना करने पहुंचते हैं. दो दिन पूर्व धामसीन में अवैध बोरिंग का मामला अभी सुलझा भी नहीं था, उससे पहले क्षेत्र के धानोल के भंवरिया में एक अन्य स्थान पर अवैध रूप से ट्यूबवेल खुदाई का मामला उजागर हुआ है.
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इस ट्यूबवेल की रातों रात खुदाई होने के बाद इसे शुरू भी कर दिया गया है. जब अधिकारियों को इस बारे में जानकारी मिली, तो सवेरे मौका मुआयना करने पहुंचे. तब तक यहां काम पूरा हो चुका था. यही नहीं अवैध कनेक्शन भी मौके पर मौजूद था, जिससे ट्यूबवेल से पानी को निकाला जा रहा था. जालोर जिला डार्क जोन क्षेत्र हैं. उसके बाद भी ट्यूबवेल की खुदाई के लिए भारी भरकम मशीनरी ट्रकों पर लोड होकर गुजरती हुई दिखाई दे जाती है.
प्रशासन द्वारा संभावित बोरिंग की गतिविधियों के बाद भी इन मशीनरी संचालकों से पूछताछ नहीं की जाती है. साथ ही अवैध तरीके से यहां पहुंचने वाली मशीनरी को रोका भी नहीं जाता है, जिसका नतीजा यह होता है कि ये बोरिंग मशीनरी वाले रातों रात ट्यूबवेल करने के बाद यहां से निकल जाते हैं.
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वहीं रानीवाड़ा तहसीलदार शंकरलाल मीणा ने बताया कि मामले की जानकारी के बाद मौका मुआयना किया गया है. अवैध रूप से ट्यूबवेल खुदाई का प्रकरण में मामला दर्ज करवाने के साथ अग्रिम कार्रवाई की जाएगी. विधुत विभाग के सहायक अभियंता भरत देवड़ा ने बताया कि मौके पर हुए कनेक्शन के बारे में जानकारी लेकर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि ट्यूबवेल पर अवैध तरीके से कनेक्शन हुआ है, तो कनेक्शन काटा जाएगा.