जालोर. जिले के करड़ा थाना क्षेत्र के खारा गांव में 4 दिन पूर्व एक बुजुर्ग महिला में आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद महिला के परिजनों एवं ग्रामीणों की ओर से हत्या की आशंका जताते हुए शव के साथ धरना शुरू कर दिया गया था. वहीं, करीबन 50 घंटे तक धरना जारी रखने के बाद बुधवार को समझाइश कर शव का अंतिम संस्कार करवा दिया गया था.
इस मामले में परिजनों की ओर से सरपंच सहित अन्य तीन अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का नामजद मामला दर्ज करवाया था. ऐसे में गुरुवार को इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर आरोपी पक्ष की ओर से सीएम गहलोत के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया.
ज्ञापन में बताया कि खारा गांव में चार दिन पहले एक महिला ने आत्महत्या की थी, उस महिला की मौत पर कुछ असामाजिक तत्वों की ओर से झूठी खबर फैला कर सैकड़ों लोगों को एकत्रित कर प्रशासन पर दबाव बनाया गया. साथ ही जमीन का झूठा विवाद बता कर महिला के बेटे, मिरपुरा निवासी भंवरलाल सारण, गुंदाऊ सरपंच लक्षमराम सारण एवं करड़ा पुलिस थाना अधिकारी लालाराम जाट पर महिला की हत्या करने का मुकदमा दर्ज कराया है, जबकि महिला ने आत्महत्या की थी.
ऐसे में आरोपी पक्ष की ओर से मांग की गई है कि पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की जाए. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 50 घंटे तक शव रखकर प्रशासन पर दबाव में लेकर मामला दर्ज करवाया है, जिसमें बेगुनाह लोगों को फंसाया जा रहा है.
मामले में एसपी ने थानाधिकारी को हटाया था
महिला की मौत पर विवाद शुरू होने के बाद ग्रामीणों ने शव के साथ धरना देकर विरोध जताना शुरू कर दिया, जिसमें ग्रामीणों ने करड़ा थानाधिकारी पर भी गंभीर आरोप लगाया था. इसके बाद एसपी टाक ने एक बार विवाद को शांत करने के लिए करड़ा थाने से हटा दिया था.