ETV Bharat / state

खारा प्रकरण: निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर जालोर कलेक्टर से मिला आरोपी पक्ष, सौंपा ज्ञापन

author img

By

Published : Jun 18, 2020, 7:46 PM IST

जालोर जिले के करड़ा थाना क्षेत्र के खारा गांव में 4 दिन पूर्व एक महिला ने आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में बुधवार को कई लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज करवाया था, जिसके संबंध में आरोपी पक्ष की ओर से गुरुवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौंप निष्पक्ष जांच की मांग की गई.

Jalore news, जालोर समाचार
निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर कलेक्टर से मिला आरोपी पक्ष

जालोर. जिले के करड़ा थाना क्षेत्र के खारा गांव में 4 दिन पूर्व एक बुजुर्ग महिला में आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद महिला के परिजनों एवं ग्रामीणों की ओर से हत्या की आशंका जताते हुए शव के साथ धरना शुरू कर दिया गया था. वहीं, करीबन 50 घंटे तक धरना जारी रखने के बाद बुधवार को समझाइश कर शव का अंतिम संस्कार करवा दिया गया था.

निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर कलेक्टर से मिला आरोपी पक्ष

इस मामले में परिजनों की ओर से सरपंच सहित अन्य तीन अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का नामजद मामला दर्ज करवाया था. ऐसे में गुरुवार को इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर आरोपी पक्ष की ओर से सीएम गहलोत के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया.

पढ़ें- SPECIAL: कोरोना के खिलाफ मजबूती से जंग लड़ रहा है ये गांव, युवाओं की सूझबूझ ने अब तक रखा महफूज..

ज्ञापन में बताया कि खारा गांव में चार दिन पहले एक महिला ने आत्महत्या की थी, उस महिला की मौत पर कुछ असामाजिक तत्वों की ओर से झूठी खबर फैला कर सैकड़ों लोगों को एकत्रित कर प्रशासन पर दबाव बनाया गया. साथ ही जमीन का झूठा विवाद बता कर महिला के बेटे, मिरपुरा निवासी भंवरलाल सारण, गुंदाऊ सरपंच लक्षमराम सारण एवं करड़ा पुलिस थाना अधिकारी लालाराम जाट पर महिला की हत्या करने का मुकदमा दर्ज कराया है, जबकि महिला ने आत्महत्या की थी.

ऐसे में आरोपी पक्ष की ओर से मांग की गई है कि पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की जाए. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 50 घंटे तक शव रखकर प्रशासन पर दबाव में लेकर मामला दर्ज करवाया है, जिसमें बेगुनाह लोगों को फंसाया जा रहा है.

मामले में एसपी ने थानाधिकारी को हटाया था

महिला की मौत पर विवाद शुरू होने के बाद ग्रामीणों ने शव के साथ धरना देकर विरोध जताना शुरू कर दिया, जिसमें ग्रामीणों ने करड़ा थानाधिकारी पर भी गंभीर आरोप लगाया था. इसके बाद एसपी टाक ने एक बार विवाद को शांत करने के लिए करड़ा थाने से हटा दिया था.

जालोर. जिले के करड़ा थाना क्षेत्र के खारा गांव में 4 दिन पूर्व एक बुजुर्ग महिला में आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद महिला के परिजनों एवं ग्रामीणों की ओर से हत्या की आशंका जताते हुए शव के साथ धरना शुरू कर दिया गया था. वहीं, करीबन 50 घंटे तक धरना जारी रखने के बाद बुधवार को समझाइश कर शव का अंतिम संस्कार करवा दिया गया था.

निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर कलेक्टर से मिला आरोपी पक्ष

इस मामले में परिजनों की ओर से सरपंच सहित अन्य तीन अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का नामजद मामला दर्ज करवाया था. ऐसे में गुरुवार को इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर आरोपी पक्ष की ओर से सीएम गहलोत के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया.

पढ़ें- SPECIAL: कोरोना के खिलाफ मजबूती से जंग लड़ रहा है ये गांव, युवाओं की सूझबूझ ने अब तक रखा महफूज..

ज्ञापन में बताया कि खारा गांव में चार दिन पहले एक महिला ने आत्महत्या की थी, उस महिला की मौत पर कुछ असामाजिक तत्वों की ओर से झूठी खबर फैला कर सैकड़ों लोगों को एकत्रित कर प्रशासन पर दबाव बनाया गया. साथ ही जमीन का झूठा विवाद बता कर महिला के बेटे, मिरपुरा निवासी भंवरलाल सारण, गुंदाऊ सरपंच लक्षमराम सारण एवं करड़ा पुलिस थाना अधिकारी लालाराम जाट पर महिला की हत्या करने का मुकदमा दर्ज कराया है, जबकि महिला ने आत्महत्या की थी.

ऐसे में आरोपी पक्ष की ओर से मांग की गई है कि पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की जाए. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 50 घंटे तक शव रखकर प्रशासन पर दबाव में लेकर मामला दर्ज करवाया है, जिसमें बेगुनाह लोगों को फंसाया जा रहा है.

मामले में एसपी ने थानाधिकारी को हटाया था

महिला की मौत पर विवाद शुरू होने के बाद ग्रामीणों ने शव के साथ धरना देकर विरोध जताना शुरू कर दिया, जिसमें ग्रामीणों ने करड़ा थानाधिकारी पर भी गंभीर आरोप लगाया था. इसके बाद एसपी टाक ने एक बार विवाद को शांत करने के लिए करड़ा थाने से हटा दिया था.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.