जैसलमेर. शुक्रवार से आगामी कुछ दिनों तक घरों की रसोई से हरी सब्जियां गायब हो सकती है. ऐसे में शहरवासियों के खाने की थाली का स्वाद फीका पड़ सकता है, क्योंकि सब्जी मंडी अध्यक्ष और अन्य विक्रेताओं ने अपना विरोध दर्ज करवाते हुए शुक्रवार से मंडी का संचालन बंद कर दिया है. वहीं सब्जी के ठेलेवालों और खुदरा विक्रेताओं से भी सब्जी ना बेचने की अपील कर रहे हैं.
सब्जी मंडी संघ के अध्यक्ष तोलाराम माली ने मंडी के सचिव पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो और एक अन्य व्यापारी मिलकर सभी सब्जी विक्रेताओं को परेशान कर रहे हैं. जिसको लेकर व्यापारियों ने कई बार अधिकारियों को भी अवगत करवाया गया था लेकिन अब तक उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है. ऐसे में उन्हें यह कदम उठाना पड़ रहा है.
उन्होंने बताया कि मंडी में प्लेटफार्म से लेकर अन्य कई मामलों पर सचिव की ओर से किसी व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए अन्य व्यापारियों के हितों का कुठाराघात किया जा रहा है. जिसको लेकर सभी सब्जी विक्रेताओं ने 5 फरवरी से पूर्णतः सब्जी मंडी का संचालन नहीं करने का निर्णय लिया है. अध्यक्ष ने कहा कि जब तक उनकी इस समस्या का स्थाई समाधान नहीं निकलता है तब-तक विरोध जारी रहेगा और मंडी बंद रहेगी.
पढ़ें- कोविड-19 वैक्सीनेशन का दूसरा चरण: जैसलमेर में जिला कलेक्टर ने लगवाया पहला टीका
ऐसे में यदि जल्द ही इन व्यापारियों की समस्याओं का समाधान नहीं होता है तो जैसलमेर के बाजारों से आगामी कुछ दिनों के लिए हरी सब्जियां गायब हो सकती है. साथ ही सब्जियों का दाम कई गुणा बढ़ जाएगा. जिसका सीधा असर जिले के लोगों को होगा.