जैसलमेर. जिले की आरएसएमएम सोनू माइंस में लाइम स्टोन की ढुलाई दरों को लेकर जिले के ट्रक मालिकों ने रविवार को विरोध-प्रदर्शन करते हुए हड़ताल शुरू की. ट्रक यूनियन के अध्यक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस बार के ठेकेदार ने टेंडर मिलने के बाद यहां बनी हुई ट्रक यूनियन से ढुलाई दरों को लेकर विचार विमर्श नहीं किया. साथ ही खुद के ट्रक चलाने की जिद्द पर अड़ गए हैं.
हालांकि उन्होंने अखबारों में ट्रकों की आवश्यकता का विज्ञापन चला रखा हैं, लेकिन परदे के पीछे साफ कहानी यही है कि वह विज्ञापन केवल छलावा है. उनका कहना है कि ठेकेदार जिले के स्थानीय लोगों के 450 परिवारों का गला घोंटकर केवल अपने ट्रक चलाना चाहता हैं.
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यूनियन का कहना है कि आरएसएमएम ने पूरे जैसलमेर को स्थानीयता के आधार पर अब तक केवल ढुलाई का रोजगार ही दे रखा था. ऐसे में नए ठेकेदार ने वह भी छीन लिया हैं. बीते कुछ दिनों से 450 ट्रक के पहिये थमे हुए हैं और इन सभी परिवारों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया हैं, जो कि ठेकेदार की हठधर्मिता से अब स्थाई संकट बन गया हैं.
ऐसे में ट्रक यूनियन के बैनर तले इन लोगों ने अपनी मांगों को लेकर रविवार को हड़ताल शुरू की है और उनका कहना है कि जब तक ठेकेदार या उनके प्रतिनिधि यहां आकर बात नहीं करते और उनकी मांगें नहीं मानी जाती है. तब तक ये विरोध जारी रहेगा.
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वहीं पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस जाप्ता तैनात है और ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है. सीओ हुकमाराम विश्नोई ने यूनियन के पदाधिकारियों से बातचीत की और कानून हाथ में ना लेने की बात करते हुए शांति से मामला सुलझाने की अपील की. साथ ही पुलिस एसकोर्ट के साथ ठेकेदार के ट्रकों को रवाना किया गया.