जैसलमेर. जिले में अब कोरोना संक्रमण लगभग थम सा गया है. पिछले कई दिनों से कोई नया कोरोना पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया है, जिले में अब तक 74 संक्रमितों में से 65 रिकवर होकर डिस्चार्ज भी हो गए हैं. वहीं जैसलमेर मूल के प्रवासी जो अन्य राज्यों से आने थे वह भी लगभग सभी आ गए हैं और अब आने वाले प्रवासियों की संख्या भी ना के बराबर हैं.
ऐसे में जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग जो पहले कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रवासियों की सैंपलिंग पर अधिक जोर दे रहा था और यहां आने वाले लगभग 40 प्रतिशत प्रवासियों की सैम्पलिंग की गई है, वहीं अब नई रणनीति के तहत सुपर स्प्रेडर श्रेणी के लोगों की सैंपलिंग की जा रही है ताकि यदि कोई पॉजिटिव हो तो उसकी जल्द पहचान कर कोरोना संक्रमण को समय रहते रोका जा सके.
जिला कलेक्टर नमित मेहता ने बताया कि जिला मुख्यालय स्थित राजकीय जवाहर चिकित्सालय के कोविड अस्पताल में ओपीडी के दौरान जिनमें कोरोना लक्षण दिखाई देते हैं उनकी सैंपलिंग की जा रही है, साथ ही जिले की विभिन्न सीएचसी, पीएचसी पर भी सैंपलिंग की जा रही है.
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इसके अलावा प्रवासी अब बहुत कम संख्या में आ रहे हैं, और जो प्रवासी यहां आए हैं उनमें से अधिकतर पिछले कई समय से यहां है. सभी प्रवासी अपना तय होम क्वॉरेंटाइन पूरा कर चुके हैं. ऐसे में अब सुपर स्प्रेडर श्रेणी के लोग जिनका रोजाना कई लोगों के साथ संपर्क होता है. जैसे- दूधवाला, किराना दुकानदार, सब्जी विक्रेता सहित अन्य लोगों की अधिक से अधिक रैंडम सैम्पलिंग की जा रही है.
जिला कलेक्टर का कहना है कि ऐसे लोग दिन में कई लोगों से मिलते हैं, ऐसे में किसी एक के संक्रमित होने से कोरोना की चेन बन सकती है, इसलिए इनकी जांच के लिए सैंपल लिए जा रहा है ताकि यदि कोई पॉजिटिव भी आए तो कोरोना संक्रमण की चेन बनने से रोका जा सके.