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जम्मू-कश्मीर में शहीद राजेंद्र सिंह को सैन्य सम्मान के साथ दी जाएगी अंतिम विदाई

शहीद राजेंद्र सिंह की पार्थिव देह रविवार को जैसलमेर पहुंचेगा. जहां शहीद हुए नायक राजेंद्र सिंह को पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी. जिले के विभिन्न जनप्रतिनिधि, शहरी और ग्रामीण इलाकों के लोग भी वीर सपूत को अंतिम विदाई देने के लिए शिरकत करेंगे.

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Published : Sep 29, 2019, 3:14 PM IST

जैसलमेर. जम्मू कश्मीर में आतंकियों और सेना के बीच हुए मुठभेड़ में शहीद नायक राजेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर, रविवार दोपहर करीब दो बजे उनके गांव मोहगढ़ लाया जाएगा जहां सैन्य सम्मान के साथ शहीद को श्रद्धांजलि दी जाएगी.

राजेंद्र सिंह को पूरे सैन्य सम्मान के साथ दी जाएगी अंतिम विदाई

बता दें कि शनिवार को जम्मू-कश्मीर के रामबन में आतंकियों से लोहा लेते हुए राजेंद्र सिंह वीरगति को प्राप्त हो गए थे. जाते-जाते नायक राजेंद्र सिंह ने दिखा दिया है कि धोरों की धरती जिसे इतिहास के पन्नों में शौर्य और शक्ति की धरा कहा जाता था, वहां आज भी ऐसे सपूत पैदा होते हैं.

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शहीद राजेंद्र सिंह जैसलमेर के मोहनगढ़ कस्बे का रहने वाले थे. उन्होंने अपनी पढ़ाई-लिखाई पूरी करने के बाद भारतीय सेना को ज्वाइन किया था. वो सेना के 22 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात थे. देश के प्रति अपने जज्बे और मातृभूमि के लिए कुछ कर गुजरने की तमन्ना ने उन्हें भारतीय सेना में जाने के लिए प्रेरित किया था.

बता दें कि अपने वीर सपूत को श्रद्धांजलि देने के लिए कस्बे वासियों ने रविवार को पूरे मोहनगढ़ कस्बे के बाजारों को बंद रखा और शहीद के परिजनों के पास पहुंच कर उन्हें ढांढस भी बंधाया है.

यह भी पढ़े. रामबन एनकाउंटर : शहीद हुए वीर राजेन्द्र सिंह का आज जैसलमेर पहुंचेगा पार्थिव शरीर

बात की जाए शहीद के घर-परिवार की तो शहीद राजेंद्र सिंह के पिता भी सेना में थे और कुछ वर्ष पूर्व भी उनके माता-पिता दोनों का देहांत हो चुका है. उनके परिवार में उनकी पत्नी ,1 साल का बेटा, दो छोटे भाई सहित दादी हैं. उनके दोनों भाई मोहनगढ़ में प्राइवेट नौकरी करते हैं.

यह भी पढ़े. पाकिस्तान से आए अंतरराष्ट्रीय नगर कीर्तन का अजमेर में भव्य स्वागत

जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में शहीद को पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी. जिसमें प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ जिले के विभिन्न जनप्रतिनिधि, शहरी और ग्रामीणों के साथ इलाकों के तमाम लोग वीर सपूत के अंतिम विदाई में शामिल होंगे.

जैसलमेर. जम्मू कश्मीर में आतंकियों और सेना के बीच हुए मुठभेड़ में शहीद नायक राजेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर, रविवार दोपहर करीब दो बजे उनके गांव मोहगढ़ लाया जाएगा जहां सैन्य सम्मान के साथ शहीद को श्रद्धांजलि दी जाएगी.

राजेंद्र सिंह को पूरे सैन्य सम्मान के साथ दी जाएगी अंतिम विदाई

बता दें कि शनिवार को जम्मू-कश्मीर के रामबन में आतंकियों से लोहा लेते हुए राजेंद्र सिंह वीरगति को प्राप्त हो गए थे. जाते-जाते नायक राजेंद्र सिंह ने दिखा दिया है कि धोरों की धरती जिसे इतिहास के पन्नों में शौर्य और शक्ति की धरा कहा जाता था, वहां आज भी ऐसे सपूत पैदा होते हैं.

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शहीद राजेंद्र सिंह जैसलमेर के मोहनगढ़ कस्बे का रहने वाले थे. उन्होंने अपनी पढ़ाई-लिखाई पूरी करने के बाद भारतीय सेना को ज्वाइन किया था. वो सेना के 22 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात थे. देश के प्रति अपने जज्बे और मातृभूमि के लिए कुछ कर गुजरने की तमन्ना ने उन्हें भारतीय सेना में जाने के लिए प्रेरित किया था.

बता दें कि अपने वीर सपूत को श्रद्धांजलि देने के लिए कस्बे वासियों ने रविवार को पूरे मोहनगढ़ कस्बे के बाजारों को बंद रखा और शहीद के परिजनों के पास पहुंच कर उन्हें ढांढस भी बंधाया है.

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बात की जाए शहीद के घर-परिवार की तो शहीद राजेंद्र सिंह के पिता भी सेना में थे और कुछ वर्ष पूर्व भी उनके माता-पिता दोनों का देहांत हो चुका है. उनके परिवार में उनकी पत्नी ,1 साल का बेटा, दो छोटे भाई सहित दादी हैं. उनके दोनों भाई मोहनगढ़ में प्राइवेट नौकरी करते हैं.

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जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में शहीद को पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी. जिसमें प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ जिले के विभिन्न जनप्रतिनिधि, शहरी और ग्रामीणों के साथ इलाकों के तमाम लोग वीर सपूत के अंतिम विदाई में शामिल होंगे.

Intro:Body:Note: ख़बर में वीओ नही किया गया है।

सरहदी जिले के सपूत ने बढ़ाया माड़धरा का मान

पूरे जैसलमेर सहित पैतृक गांव में छाई शोक की लहर

शहीद राजेंद्र सिंह की पार्थिव देह कल पहुंचेंगी जैसलमेर

आज दोपहर 1 बजे दिल्ली स्थित स्टेशन हैडक्वाटर पहुंचेगा पार्थिव देह

जहां सेना के उच्च अधिकारी शहीद को देंगे श्रद्धांजलि

इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट से कल दिल्ली से जोधपुर लाया जाएगा पार्थिव देह

कल दोपहर 2:15 पर जोधपुर पहुंचेगा पार्थिव देह

कल जोधपुर से शहीद के पैतृक गांव मोहनगढ़ लाया जाएगा

कल सैन्य सम्मान के साथ शहीद का होगा अंतिम संस्कार

एंकर... शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशा होगा । जी हां सरहदी जिला जैसलमेर जिसे भारत पाक सीमा के निगेहबान के रूप में जाना जाता है और अपने विषम भौगोलिक परिदृश्य और विशाल रेगिस्तान यहां की विषमताओं और जीवन से लड़ने के संघर्ष को बयां करता है। इसी जीवन संघर्ष के बीच जिले के मोहनगढ़ कस्बे के वीर सपूत राजेंद्र सिंह ने आज पूरी मरुधरा का मस्तक गर्व से ऊंचा कर दिया है । जी हां कल जम्मू-कश्मीर के रामबन में आतंकियों से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हुए नायक राजेंद्र सिंह ने दिखा दिया है की धोरों की धरती जिसे इतिहास के पन्नों में शौर्य और शक्ति की धरा कहा जाता था, वहां आज भी ऐसे सपूत पैदा होते हैं । नायक राजेंद्र सिंह के शहीद होने की खबर जैसे ही मीडिया पर प्रसारित हुई जिलेभर में शोक की लहर दौड़ गई । नायक राजेंद्र सिंह जैसलमेर के मोहनगढ़ कस्बे का रहने वाला था ,जहां पर उसने अपनी पढ़ाई लिखाई पूरी करने के बाद भारतीय सेना को ज्वाइन किया था देश के प्रति अपने जज्बे और मातृभूमि के लिए कुछ कर गुजरने की तमन्ना ने उसे भारतीय सेना में जाने के लिए प्रेरित किया था। लेकिन आज जब नायक राजेंद्र सिंह की वीरगति का समाचार मिला तो जैसे पूरा मोहनगढ़ कस्बा ही नही पूरा जैसलमेर शोक में डूब गया । अपने वीर सपूत को श्रद्धांजलि देने के लिए आज कस्बे वासियों ने पूरे मोहनगढ़ कस्बे के बाजारों को बंद रखा और शहीद के परिजनों के पास पहुंच कर उन्हें ढांढस बंधाया।

वीओ- जम्मू कश्मीर में आतंकियों और सेना की मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए नायक राजेंद्र सिंह जैसलमेर के मोहनगढ़ के निवासी थे और वे सेना के 22 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे। सेना को मिली एक जानकारी पर कार्यवाही करने के दौरान उन्हें पता चला कि जम्मू-कश्मीर के रामबन इलाके में एक परिवार को तीन आतंकियों ने बंधक बना लिया है जिस पर सेना ने कार्रवाई करते हुए सभी बंधकों को मुक्त करवाया और मुठभेड़ में तीनों आतंकी मार गिराए गए। मुठभेड़ के दौरान जैसलमेर निवासी नायक राजेंद्र सिंह शहीद हो गए। जानकारी के अनुसार शहीद राजेंद्र सिंह के पिता भी सेना में थे और कुछ वर्ष पूर्व भी उनके माता-पिता दोनों का देहांत हो चुका है। उनके परिवार में उनकी पत्नी ,1 साल का बेटा और दो छोटे भाई हैं ओर दादी है, उनके दोनों भाई मोहनगढ़ में प्राइवेट नौकरी करते हैं।

वीओ- सैन्य सूत्रों की मानें तो जैसलमेर जिले के वीर सपूत नायक राजेंद्र सिंह के पार्थिव देव को सोमवार तक जैसलमेर लाया जाएगा जानकारी के अनुसार आज कश्मीर में शहीद को श्रद्धांजलि दी जाएगी उसके बाद शहीद के शव को नई दिल्ली लाया जाएगा, जहां पर सेना के उच्च अधिकारी शहीद को अंतिम सलामी देंगे । बताया जा रहा है कि कल सोमवार को इंडियन एयरलाइंस की विमान सेवा से शव को नई दिल्ली से जोधपुर लाया जाएगा और वहां से सड़क मार्ग से दोपहर बाद जैसलमेर के मोहनगढ़ पहुंचने की संभावना है । वही शहीद के शव के जैसलमेर पहुंचने के बाद उनके पैतृक गांव में उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी जहां पर सेना और जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न तैयारियों को अंजाम दिया जा रहा है जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार जम्मू कश्मीर में शहीद हुए नायक राजेंद्र सिंह को पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी जिसमें प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ में जिले के विभिन्न जनप्रतिनिधि व शहरी व ग्रामीण इलाकों के लोग भी वीर सपूत को अंतिम विदाई देने के लिए शिरकत करेंगे।

बाईट-1-मुरलीधर सुथार, ग्रामीण
बाईट-2-कुलदीप पारीक, ग्रामीण
बाईट-3-अल्लाह रखां, शिक्षक
बाईट-4-रतनसिंह, शहीद के शिक्षकConclusion:
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