जैसलमेर. जिले के लोगों के लिए पिछले कई दिनों से राहत की खबरें सामने आ रही हैं. सोमवार को कोरोना के 7 और मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर घर भेज दिया गया है. इससे पहले रविवार को भी एक मरीज डिस्चार्ज किया गया था. जिसके बाद जैसलमेर शहर सहित फलसूंड, मोतीसर और खींया गांव भी कोरोना मुक्त हो गया है.
सोमवार को डिस्चार्ज हुए मरीजों में मोतीसर और फलसूंड के दो-दो और कनोई, सिपला और खींया का एक-एक मरीज शामिल है. जिले में 11 मई से लेकर अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित 33 लोगों की पुष्टि हुई थी. जिसमें से उपचार के बाद 9 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं. वहीं, पोकरण में मिले 35 कोरोना पॉजिटिव भी स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं. ऐसे में जिले में पॉजिटिव मिले कुल 68 लोगों में से 44 लोग उपचार के बाद ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं. अब केवल 24 केस ही एक्टिव हैं.
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जैसलमेर में पिछले कई दिनों से पॉजिटिव आने वालों को माहेश्वरी अस्पताल में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में उपचार के लिए भर्ती किया जा रहा था. यहां अब भी 15 संकमित भर्ती हैं. वहीं, रविवार को नाचना में पॉजिटिव मिली 3 महिलाओं में से 2 महिलाओं के हृदय रोग से पीड़ित होने के चलते उन्हें जोधपुर रेफर कर दिया गया है.
हाई रिस्क जोन बना खुहड़ी...
खुहड़ी गांव में कोरोना संक्रमित मामला सामने आने के बाद कलेक्टर नमित मेहता ने आदेश जारी कर खुहड़ी ग्राम क्षेत्र को हाई रिस्क जोन घोषित कर दिया है. आदेश के अनुसार इस क्षेत्र के समस्त निवासी अनिवार्य रूप से अपने घर पर ही रहेंगे. कोई भी व्यक्ति बिना अनुमति के न तो बाहर जा सकेगा और न की कोई व्यक्ति बाहर से आ सकेगा.