जैसलमेर. सरहदी जिले जैसलमेर में मंगलवार को कृषि विज्ञान केन्द्र के तत्वावधान में वृक्षारोपण और कृषक गोष्ठि का आयोजन किया गया. कृषि विज्ञान केन्द्र परिसर में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में स्वामी केशवानन्द, कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रक्षपाल सिंह मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. इस अवसर पर प्रसार शिक्षा निदेशक प्रोफेसर एस.के. शर्मा के साथ जैसलमेर कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. दीपक चतुर्वेदी सहित बडी संख्या में जिले के प्रगतिशील किसान मौजूद रहे.
इस अवसर पर वृक्षारोपण की महत्ता की जानकारी देते हुए प्रो0 सिंह ने कहा कि पेड़-पौधे मानसून को प्रभावित करते हैं. ऐसे में जहां घने पेड़ होते हैं वहां वर्षा भी ज्यादा होती है. ऐसे में जैसलमेर के रेगिस्तान को अगर हरा-भरा किया जाये तो यहां पर अकाल के दंश को दूर किया जा सकता है. इस अवसर पर प्रगतिशील किसानों की ओर से विज्ञान केन्द्र द्वारा किये जा रहे अनुसंधानों में हिस्सा लेकर खेती की नई तकनीकों के इस्तेमाल करने वाले कृषकों का सम्मान भी किया गया.
पढ़ें- राजस्थान की राजनीति में उठा पटक, बदलाव बना चर्चा का विषय
जैसलमेर जिले में किसानों की ओर से परम्परागत खेती की तकनीकों का ही इस्तेमाल किया जा रहा है. ऐसे में प्रो. सिंह ने किसानों से नवाचार अपनाने और खेती की उन्नत तकनीकों के माध्यम से अधिक पैदावार लेने के तरीकों के बारे में भी किसानों से बात की. वहीं उन्होंने किसानों से कहा कि सरकार किसानों की आय को बढाने के लिये संकल्पबद्ध है. ऐसे में किसानों को सरकार के प्रयोगों और नवीनतम तकनीकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने की जरूरत है.
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की ओर से जिला मुख्यालय पर कृषि विज्ञान केन्द्र किसानों की समस्याओं के समाधान के लिये तत्तपर है. ऐसे में किसानों को इसका पूरा लाभ उठाना चाहिये. कार्यक्रम के दौरान वहां उपस्थित किसानों को पौधे वितरित किये गए और प्रो. सिंह एवं अधिकारियों ने कृषि विज्ञान केन्द्र परिसर में वृक्षारोपण भी किया.