पोकरण (जैसलमेर). पोकरण के रामदेवरा में तेज आंधी-बारिश और ओलावृष्टि के कारण रविवार को दादा-पोते की मौत हो गई. दोनों रविवार सुबह जंगल में बकरियां चराने निकले थे. देर रात तक जब दोनों नहीं लौटे तक परिजन उन्हें खोजने निकले. परिजनों को उनका शव जंगल में पड़ा मिला. मौके पर पहुंची पुलिस ने मर्ग में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
परिजनों के अनुसार रामदेवरा निवासी कानाराम (55) पुत्र भाकर राम और उसका पोता विक्रम (12) पुत्र देवाराम प्रतिदिन की भांति रविवार सुबह भी बकरियां चराने जंगल में गए थे. इस दौरान तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि होने लगी. उन्हें कहीं भी जंगल में छिपने के लिए सुरक्षित स्थान नहीं मिला. इसके कारण उन दोनों की वहीं पर मौत हो गई. बारिश थमने के बाद परिजनों ने उनकी खोजबीन की तो देर रात उनके शव सुनसान जंगल में मिले.
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जलभराव के हालात : जिले सहित पूरे प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के कारण आंधी-बारिश का दौर जारी है. कई स्थानों पर ओलावृष्टि भी देखने को मिल रही है. इस कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. रामदेवरा से 7 किलोमीटर की दूरी पर रिखीयों की ढाणी निवासी प्रकाश मेघवाल के घर के चारों ओर जलजमाव के कारण बाढ़ जैसे हालात हो गए. रविवार रात में पुलिस को सूचित किया गया, जिसके बाद थाना अधिकारी दलपत सिंह, कांस्टेबल मांगीलाल सहित अन्य पुलिसकर्मी जेसीबी लेकर ढाणी पहुंचे.
पशुधन ने भी तोड़ा दम : देर रात तक अभियान चलाकर मुख्य सड़क मार्ग को तोड़कर जेसीबी की मदद से पानी को बाहर निकाला गया. थाना अधिकारी दलपत सिंह के अनुसार मूसलाधार बारिश के कारण पशु बाड़े में बंधे हुए 4 गाय सहित 15 से अधिक भेड़-बकरियों ने दम तोड़ दिया. ग्रामीण क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों से नुकसान होने की सूचना है.