जैसलमेर. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी के संक्रमित आने के बाद इसको लेकर कांग्रेस की तरफ से कई बयान सामने आ रहे हैं. शनिवार को जहां बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए उदयपुरवाटी विधानसभा से विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा था कि कैलाश चौधरी खुद संक्रमित होने के बावजूद अपने लोकसभा क्षेत्र में आए और बैठकें लेकर जनता में कोरोना बांटकर चले थे. वहीं इसी बीच पोकरण विधानसभा क्षेत्र से विधायक और प्रदेश सरकार के अल्पसंख्यक मामलात मंत्री सालेह मोहम्मद ने भी एक बयान जारी किया है.
सालेह मोहम्मद ने कहा 'पूरे देश में इन दिनों कोरोना वायरस का कहर है, लेकिन एक मंत्री होने के बावजूद कैलाश चौधरी ने सरकारी गाइडलाइन की पालना नहीं की. उन्हें इस बात की जानकारी थी कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है फिर भी वे दर्जनों गांवों में जाकर सैकड़ों लोगों से मिले. क्या ये लापरवाही नहीं है?
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कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जो भी कोविड के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, उन पर कार्रवाई की जा रही है. ऐसे में केंद्रीय मंत्री ने नियमों की अवहेलना की है. उन पर भी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए. विधायक ने कहा कि मैं कामना करता हूं कि केंद्रीय मंत्री जी जल्द ही स्वस्थ हो जाएं. विधायक ने आमजन और अधिकारियों से अपील की है कि जो भी लोग कैलाश चौधरी के संपर्क में आए हैं वह अपनी कोरोना जांच कराएं और खुद को क्वॉरेंटाइन कर लें.
बता दें कि राजस्थान में बाड़मेर-जैसलमेर के सांसद केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी कोरोना संक्रमित पाए गए थे. शनिवार (8 अगस्त) सुबह चौधरी ने खुद ट्वीट करके यह जानकारी दी थी. उन्हें एम्स जोधपुर में भर्ती कराया गया है. चौधरी ने गत चार दिन में बाड़मेर और जैसलमेर में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था.