जैसलमेर. विश्व भर में लोक संस्कृति के बदौलत अपनी अनूठी पहचान रखने वाले परंपरागत मरु महोत्सव का आखिरी पड़ाव सम के रेतीले मखमली धोरों पर संपन्न हुआ. जहां कला-संस्कृति और साहित्य से भरपूर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने रविवार की रात ऐसा समा बांधा कि दर्शक वाह-वाह करने को मजबूर हो गए.
अंतरराष्ट्रीय कलाकारों ने दी प्रस्तुति
सम के धोरों पर पहली बार हर फन के कलाकार शामिल हुए. एक ओर जहां अंतरराष्ट्रीय और बड़े-बड़े नामी लोक कलाकार शामिल हुए. वहीं नवोदित कलाकारों के साथ ही कला, संगीत और संस्कृति जगत के कद्रदान भी शामिल हुए.
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हजारों देशी-विदेशी सैलानी बने साक्षी
जिला कलेक्टर नमित मेहता की पहल पर कलाकारों का इतना बड़ा कुंभ सम के धोरों पर जुटा और इसके साक्षी हजारों देशी-विदेशी सैलानी बने. जिन्होंने मरु महोत्सव की यादगार और अमिट पहचान में भागीदारी निभाई.
'धोरों की झंकार' ने कायम किया रिकार्ड
मरु महोत्सव के समापन पर एक साथ इतनी बड़ी संख्या में लोक कलाकारों के कुंभ और सामूहिक प्रस्तुतियों के लिए 'धोरों की झंकार' कार्यक्रम हुआ. जिसके तहत बेहतरीन और अहम भूमिका निभाने के लिए जिला कलेक्टर नमित मेहता को 'इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड' का सर्टिफिकेट दिया गया.
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851 लोक कलाकारों ने एक साथ दी प्रस्तुति
बता दें कि यह सर्टिफिकेट 851 लोक कलाकारों की एकसाथ एक मंच पर प्रस्तुति के लिए दिया गया. जिसमें 524 लोक वाद्य यंत्र भी शामिल रहे. इस रिकॉर्ड को देखकर वहां उपस्थित हर किसी ने खूब सराहा.
बॉलीवुड गायिका ऋचा शर्मा ने भी बांधा समा
सम के रेतीले धोरों पर बॉलीवुड गायिका ऋचा शर्मा ने भी धमाकेदार प्रस्तुतियों से समा बांधा. ऋचा शर्मा ने बॉलीवुड और राजस्थानी गानों की प्रस्तुति से वहां मौजूद लोगों को थिरकने पर मजबूर कर दिया. कार्यक्रम के अंत में रंगीन आतिशबाजी के नजारों से दर्शक खूब आनन्दित हुए.