जैसलमेर. जिले में कोरोना महामारी के बढ़ते कहर के बीच अकाल मौत की झकझोरने वाली तस्वीर भी सामने आई है. सोशल मीडिया पर खूब प्रचारित हुई यह फोटो पूनम नगर निवासी तालब खान की है. जो प्रसिद्ध मांगणियार घराने से ताल्लुक रखते हैं. उनका ऑक्सीजन स्तर बहुत गिर गया और काफी समय तक उपचार के लिए तड़पते रहे. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही यह तस्वीर तो सही है लेकिन इसके पीछे का घटनाक्रम थोड़ा अलग है.
दरअसल, बीते दिन पूर्व दिव्यांग तालब खान का ऑक्सीजन लेवल काफी गिर गया था. जिसके चलते उन्हें व्हीलचेयर पर अस्पताल लाया गया था. जानकारी के अनुसार अस्पताल में बेड फुल हो चुके थे और उन्हें करीब आधे घंटे से ज्यादा समय तक इलाज के लिए इंतजार करना पड़ा था. इस दौरान उनकी यह तस्वीर ली गई थी, जिसे मदद की गुहार लगाने के लिए सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था.
जानकार सूत्रों ने बताया कि तालब खान को करीब आधे घंटे बाद बेड उपलब्ध करा दिया गया था. उनके लिए ट्रॉमा सेंटर में स्थित प्लास्टर कक्ष में बेड की की व्यवस्था की गई थी. ऑक्सीजन लेवल काफी कम होने की वजह से इलाज के दौरान तालब खान ने कुछ घंटो तक तो संघर्ष किया लेकिन आखिर में दम तोड़ दिया.
जो तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है वो तालब खान की मौत से पहले की है. इस दौरान उपचार के इंतजार में तालब खान कुर्सी पर बेसुध बैठा था. उसके नन्हे बच्चे पास खड़े नजर आ रहे हैं. हालांकि अधिकारिक सूत्रों से इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि तालब कोरोना संक्रमित थे या नहीं. बताया जा रहा है, उस समय कोरोना टेस्ट नहीं हो पाने की वजह से उन्हें कोविड वार्ड में भर्ती नहीं किया जा सका था.
अस्पताल प्रशासन ने कहा इलाज के दौरान हुई मौत
राजकीय जवाहिर चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. जे.आर. पंवार ने हाबुर (पूनमनगर) निवासी तालब खान की मौत के मामले में एक प्रेस रिलीज जारी करते हुए बताया कि 9 मई को सुबह 10ः26 बजे तालब खान श्वास की तकलीफ को लेकर दिखाने आया था. डॉ. सुरेन्द्रसिंह राठौड़ ने मरीज की स्थिति को देखते हुए उसे ट्रामा वार्ड में भेजा. उन्होंने बताया कि जो भी गंभीर स्थिति में चिकित्सालय में आते हैं, उन्हें सघन चिकित्सकीय परीक्षण की जरूरत होती है, इसलिए तालब खान को ट्रामा वार्ड में भर्ती किया गया. चिकित्सक डॉ. लोकपाल सिंह ने परीक्षण किया और तुरन्त ट्रामा वार्ड में उसे ऑक्सीजन बैड पर शिफ्ट कर उन्हें ऑक्सीजन थैरेपी विथ हाई फ्लो मास्क के साथ देते हुए उपचार शुरू किया गया. उन्होंने बताया कि मरीज की हालत गंभीर थी. उसे ऑक्सीजन थैरेपी विथ हाईफ्लो मास्क पर रखा गया. मरीज का भर्ती के समय SPO2 53 प्रतिशत था. उन्होंने बताया कि शाम को 6ः30 बजे मरीज की हालत गंभीर हो गई. उस समय ड्यूटी पर उपस्थित डॉ. आर.पी. गिल ने उन्हें संभालने की कोशिश की लेकिन सम्पूर्ण प्रयासों के बाद भी मरीज को नहीं बचाया जा सका. ट्रामा वार्ड में ऑक्सीजन युक्त बैड पर मरीज को शाम 6.40 बजे मृत घोषित किया गया.