जैसलमेर. जिले में रविवार को जनता कर्फ्यू के समर्थन में स्वेच्छा से पूरा शहर अपने घरों में रहा और कोरोना से लड़ने की जंग की पहली कड़ी को सफलता से पार करता हुआ दिखाई दिया. जैसलमेर के पर्यटक स्थलों, बाजारों, गलियों में सन्नाटा था और अगर कोई दिखाई दे रहा था तो वो केवल पुलिस, मेडिकल या फिर आवश्यक सेवाओं से जुडे लोग थे.
जिला कलेक्टर नमित मेहता ने बताया कि उन्होंने पुलिस अधीक्षक के साथ जैसलमेर शहर के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों का भ्रमण किया और व्यवस्थाओं को जायजा लिया. साथ ही कहा कि लोग स्वेच्छा से अपने घरों में हैं और प्रशासन द्वारा जारी गाईडलाईन का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं.
कलेक्टर का कहना था कि शहर में प्रवेश के सभी मार्गों को सील कर दिया गया है और नाकों पर बाहरी वाहनों के प्रवेश को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया है. साथ ही सभी होटलों को भी निर्देशित किया गया है, कि वे किसी भी सैलानी को नहीं ठहरने दें.
वहीं पुलिस अधीक्षक किरण कंग ने भी बताया कि शहरी और ग्रामीण इलाकों के बीट कांस्टेबलों को ड्यूटी पर तैनात किया गया है. जो कि घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं और उन्हें घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील कर रहे है. लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अगर लोग अपील पर न हीं माने तो पुलिस को सख्ती भी करनी पड़ सकती है.
बता दें कि जैसलमेर के जिला कलेक्टर नमित मेहता और पुलिस अधीक्षक किरण कंग ने भी इस मौके पर मीडिया की जागरूकता अभियान की तारीफ करते हुए कहा कि जिस तरह से लगातार मीडिया लोगों को जागरूक कर रहा है और उन्हें घर बैठे सूचनाएं उपलब्ध करवा रहा इसके लिये मीडिया को धन्यवाद है.