जयपुर : भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) दीपक मित्तल के पंजाब नेशनल बैंक के लॉकर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को बड़ी मात्रा में सोना और चांदी मिली है. जयपुर स्थित पंजाब नेशनल बैंक के लॉकर में एसीबी को सवा किलो सोना और करीब पांच किलो चांदी मिली है. लॉकर में मिले सोने की कीमत करीब सवा करोड़ रुपए आंकी जा रही है. इससे पहले भी दीपक मित्तल के ठिकानों पर एसीबी को 500 ग्राम सोना और 1.5 किलो चांदी के अलावा 50 लाख रुपए नकद मिले थे.
एसीबी के डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरा ने बताया कि पीडब्ल्यूडी में विद्युत खंड, जोधपुर में तैनात एक्सईएन दीपक मित्तल के खिलाफ एसीबी ने आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज कर रविवार को चार शहरों में छह ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया था. सर्च में सोने, चांदी और नकदी के अलावा बड़ी संख्या में संपत्ति के दस्तावेज और तीन लॉकर के कागजात मिले थे. इनमें से आज एक लॉकर को खंगाला गया है. एसीबी के उपाधीक्षक अभिषेक पारीक मामले की जांच कर रहे हैं.
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प्रदेश के कई शहरों में प्लॉट में निवेश : आरोपी और उसके परिवारजनों के नाम जयपुर में 4 प्लॉट मिले हैं, जिनकी कीमत करीब 1 करोड़ रुपए है. उदयपुर में 9 प्लॉट की कीमत करीब 1.34 करोड़ रुपए है. इसके साथ ही ब्यावर और अजमेर में भी तीन प्लॉट मिले हैं, जिनकी कीमत करीब 6.50 लाख रुपए है. जयपुर स्थित आवास की तलाशी में करीब 50 लाख रुपए की नकदी, करीब आधा किलो सोने के आभूषण, करीब 1.5 किलो चांदी के आभूषण मिले थे.
18 बैंक खातों में जमा हैं 40 लाख : सर्च ऑपरेशन में सामने आया कि दीपक कुमार मित्तल और परिवारजनों के कुल 18 बैंक खातों में करीब 40 लाख रुपए मिले. म्यूचुअल फंड में करीब 50 लाख का निवेश मिला है. इसके अलावा दुपहिया और चौपहिया वाहन खरीदने में 15 लाख खर्च किए हैं. उसके बच्चों की शिक्षा सेंट जेवियर स्कूल जयपुर, जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी, एम्स गोरखपुर में हुई है, जिनके फीस संबंधी दस्तावेज, करीब 70 लाख रुपए के हिसाब की पर्ची मिली है. बीमा पॉलिसियों में निवेश के दस्तावेज भी मिले हैं.
बेनामी संपत्ति में निवेश के सबूत : अब तक की पड़ताल में सामने आया है कि दीपक कुमार मित्तल द्वारा भ्रष्टाचार के साधनों द्वारा करोड़ों रुपए की चल-अचल परिसंपत्तियां अर्जित की गई हैं, जो उसकी वैध आय से अनुपातिक रूप से बहुत ज्यादा हैं. उसके और परिजनों के द्वारा बेनामी संपत्तियों में निवेश के भी साक्ष्य मिले हैं, जिनकी गहनता से जांच की जा रही है.