जैसलमेर. प्रदेश में इन दिनों लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच सरहदी जिले जैसलमेर में कुछ दिनों से कोरोना संक्रमित मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. जबकि सर्दी के चलते मौसमी बीमारियां भी लगातार बढ़ रहीं हैं. कोरोना संक्रमण की रोकथाम के साथ मौसमी बीमारियों पर लगाम कसने को लेकर स्वास्थ्य विभाग किस तरह तैयार है, इसको लेकर ईटीवी भारत ने मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कुणाल साहू से बातचीत की.
डॉ. साहू ने बताया कि जैसलमेर में आने वाले मामलों में सबसे अधिक केस शहर के हैं, इसके लिए शहर को चार भागों में बांट कर चिकित्सा अधिकारियों की ओर से लगातार जन-जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं. साथ ही एएनएम और अन्य नर्सिंगकर्मियों द्वारा घर-घर सर्वे कर कोरोना लक्षण पाए जाने वालों की तुरंत जांच करवाई जा रही है. वहीं जांच रिपोर्ट आने के तुरंत बाद संक्रमित को संस्थागत आइसोलेशन अथवा होम आइसोलेशन में रखा जाता है, ताकि संक्रमण न फैले.
डॉ. साहू ने बताया कि इन दिनों सर्दी के चलते मौसमी बीमारियां भी एकाएक बढ़ गईं हैं. साथ ही कोरोना और सर्दी के कारण होने वाली बीमारियों में भी लक्षण एक जैसे ही हैं, ऐसे में उन्होंने आमजन से अपील की है कि सर्दी खांसी-बुखार होने पर वे जल्द ही नजदीकी चिकित्सालय पहुंचे और डॉक्टर से सलाह लें. साथ ही कोरोना की जांच करवाएं, ताकि उन्हें समय रहते चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जैसलमेर वासियों से अपील की है कि जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं आती है, तब तक मास्क का नियमित प्रयोग करें. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग सहित कोरोना गाइडलाइन की भी पालना करें.
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मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कुणाल साहू ने बताया कि जैसलमेर में पिछले कुछ समय से कोरोना जांच लैब शुरू हो गई है. इसका फायदा जैसलमेर को मिल रहा है और सैम्पल लेने के अगले ही दिन रिपोर्ट आने पर कोरोना संक्रमण को रोकने में काफी मदद मिल रही है. उन्होंने बताया कि कोरोना लैब में जैसलमेर जिले में संचालित राजस्थान सरकार की संस्थाओं सहित बीएसएफ, आर्मी और वायुसेना के चिकित्सालय से आने वाले कोरोना सैंपल की भी जांच की जाती है.