जैसलमेर. देशभर में कोरोना संक्रमितों के आंकड़ों में तेजी से बढ़ोतरी होती जा रही है. कोरोना के बढ़े आंकड़ों के बीच कहीं ऑक्सीजन का संकट गहराया हुआ है तो कहीं दूसरे कारणों से मरीज और उनके परिजनों में चिंता बनी हुई है. इन सभी के बीच जैसलमेर के मनोचिकित्सक डॉ. सुभाष मेहरड़ा का कहना है कि बीमारी के बीच डर को खुद पर हावी करने से स्थिति और बिगड़ सकती है.
उन्होंने बताया कि डरने और बेवजह भयभीत होने के कारण इंसान की इम्यूनिटी सिस्टम अधिक प्रभावित होता है. जो कि सही नहीं है. राजकीय जवाहर चिकित्सालय में कार्यरत चिकित्सक मेहरड़ा ने कहा कि बीमारी को लेकर ज्यादा पैनिक होने से शरीर में इम्यूनिटी लेवल और भी कम होने लगता है.
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चिकित्सक ने कहा कि उन्होंने ऐसे कई कोरोना संक्रमित मरीजों को देखा है जो कि डर के कारण तीन-चार दिन तक बिल्कुल सो नहीं पाते हैं. इसलिए जब भी वो कोविड वार्ड में कोरोना संक्रमित मरीजों के बीच होते हैं तो उनकी काउंसलिंग कर उन्हें बेवजह डरने और भयभीत होने से दूर रहने की सलाह देते हैं.
उन्होंने आमजन से अपील की है कि कोरोना से डरने की नहीं बल्कि सतर्क रहने की आवश्यकता है. इसके लिए कोरोना गाइडलाइन की पालना करें. साथ ही डर, फोबिया और एंजायटी को दूर रखें. अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान ना दें.