जैसलमेर. किसानों पर कोई जब भी कोई संकट आता है तो आमतौर पर उनकी कोई नहीं सुनता. सरकार और प्रशासन को अपनी समस्याओं से अवगत कराने के लिए किसनों को विरोध प्रदर्शन और धरना जैसे कदम उठाने पड़ते हैं. जैसलमेर जिले में भी सिंचाई के लिए पानी की मांग को लेकर नहरी किसानों ने गुरुवार धरना दिया. किसानों ने पानी छोड़ने की मांग को लेकर इंदिरा गांधी नहर परियोजना के अंतिम छोर जीरो आरडी एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस का पर्याप्त जाप्ता भी तैनात रहा.
इस दौरान किसानों ने बताया कि रेगुलेशन के हिसाब से नहरों में पानी नहीं छोड़ा जा रहा है. अभी रबी की फसलों की बिजाई का समय है. ऐसे में पर्याप्त पानी नहीं मिला तो किसानों के आगे बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी. इसको लेकर जीरो आरडी पर सैंकड़ों की संख्या में किसानों ने एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया है.
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किसान नेता साभान खान ने बताया कि नहरों में आज से 7 साल पहले गोल बारी लागू की गई थी. जिसमें कहा गया था कि डिजाइन डिस्चार्च से नहरे नहीं चलाई जाएगी और किसानों को डिजाइन डिस्चार्च से ऊपर का पानी मिलेगा. इसी कारण नहरों के टेल में पानी पहुंचता है और किसान को परेशानी नहीं होती.
किसानों का कहना है कि अचानक चीफ इंजीनियर बीकानेर की ओर से बढ़ोतरी वाला पानी काट दिया गया. जिसके विरोध में किसानों ने एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया है. साथ ही कहा कि अगर नहरों में पूरा पानी नहीं मिला तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और सरकार की होगी.