जैसलमेर. सीमा सुरक्षा बल सीमांत मुख्यालय जोधपुर राजस्थान के महानिरीक्षक पुनीत रस्तोगी जैसलमेर जिले के दो दिवसीय दौरे पर रहे. जैसलमेर दौरे के दौरान उन्होंने सीमा सुरक्षा बल जैसलमेर की 154वीं वाहिनी का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए. इस दौरान वाहिनी के कमांडेंट मनजीत सिंह ने महानिरीक्षक रस्तोगी को वाहिनी की विभिन्न गतिविधियों व कार्यों से अवगत करवाया.
इसके बाद बीएसएफ सीमांत मुख्यालय जोधपुर राजस्थान के महानिरीक्षक पुनीत रस्तोगी भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित धनाना सीमा चौकी पहुंचे, जहां उन्होंने सीमा चौकी समेत वहां के क्षेत्र का निरीक्षण किया. साथ ही धनाना फारवर्ड में नवनिर्मित अधीनस्थ अधिकारी आवास व महिला बैरक का उद्घाटन किया. इस अवसर पर बीएसएफ सेक्टर मुख्यालय जैसलमेर दक्षिण के उप महानिरीक्षक विक्रम कुंवर समेत अन्य अधिकारी व बीएसएफ के जवान उपस्थित रहे. इसके बाद महानिरीक्षक रस्तोगी ने उद्धघाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि अधीनस्थ अधिकारी आवास व महिला बैरक बनने से अब सीमा चौकी पर रहने वाले अधिकारियों व जवानों के रहन सहन के स्तर में प्रगति होगी, तथा वे अपने कर्तव्य का निर्वहन भी बखूबी कर सकेंगे.
उद्धघाटन कार्यक्रम के बाद धनाना सीमा चौकी पर सैनिक सम्मेलन का आयोजन किया गया. सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए महानिरीक्षक पुनीत रस्तोगी ने जवानों की हौसला अफजाई करते हुए अपनी ड्यूटी को सतर्कता से करने के बारे में प्रेरित किया और ऑप्स गतिविधियों को और अधिक बढ़ाने के निर्देश दिए. वहीं, मीडिया से बातचीत करते हुए सीमा सुरक्षा बल सीमांत मुख्यालय जोधपुर राजस्थान के महानिरीक्षक पुनीत रस्तोगी ने कहा कि सीमा पार से ड्रोन की गतिविधियां बढ़ी हैं, लेकिन जितनी बार भी इस प्रकार की देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश की गई है तो काफी हद तक बीएसएफ ने इस प्रकार की गतिविधियों को रोकने और ड्रोन को मार गिराने में सफलता हासिल की है.
उन्होंने बताया कि इस साल बीएसएफ ने 5 ड्रोन मार गिराए हैं. इतना ही नहीं, पिछले सालों की तुलना में इस बार हेरोइन समेत अन्य मादक पदार्थों की बरामदगी भी अच्छी संख्या में हुई है. उन्होंने बताया कि देश की सुरक्षा को लेकर और सीमा पर होने वाली देश विरोधी गतिविधियों को पूरी तरह से रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल हरसम्भव प्रयास कर रही है. तकनीकी दृष्टि से बात करें तो भी हम दुश्मन की किसी भी हरकत को मुंह तोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह से सक्षम है. साथ ही बीएसएफ औऱ भी विभिन्न तकनीकी सहित अन्य संसाधनों का उपयोग कर किस प्रकार से देश की सीमाएं मजबूत कर सकती है, इसको लेकर भी कई कदम उठाए गए हैं. इंटलीजेंस टीम को भी और अधिक मजबूत करने की दिशा में काम हो रहा है.