जयपुर. केंद्र सरकार की ओर से मुस्लिम महिलाओं को लेकर तीन तलाक कानून बनाने के बाद भी इंसाफ नहीं मिल पा रहा है. तीन तलाक से पीड़ित महिलाएं दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो रही हैं. राजधानी के रामगंज इलाके में तीन तलाक के बाद एक महिला इंसाफ के लिए दर-दर भटक रही है. महिला ने नए कानून के तहत रामगंज थाने में मामला दर्ज करवाया था. लेकिन पुलिस की ओर से कार्रवाई नहीं होने के बाद पुलिस अधिकारियों से आरोपी के खिलाफ कार्रवाई और इंसाफ दिलवाने की गुहार लगाई है.
एडिशनल डीसीपी नॉर्थ सुमन चौधरी के मुताबिक राजधानी के रामगंज थाने में 29 अक्टूबर, 2022 को एक महिला की तरफ से पति अमानउल्लाह के तीन तलाक देने को लेकर एफआईआर दर्ज करवाई गई थी. वर्ष 2020 में महिला की शादी हुई थी. महिला और उसके पति का एक बार राजीनामा भी हो गया था. इसके बाद दोनों के बीच फिर से मामला बिगड़ गया. महिला ने अपने पति और ससुराल पक्ष पर दहेज मांगने का आरोप लगाया है. महिला की रिपोर्ट के अनुसार उसका पति शराब पीकर मारपीट करता था.
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पुलिस अधिकारियों से लगा चुकी फरियाद: पीड़ित महिला का कहना है कि कई बार थाने के आला अधिकारियों से मामले को लेकर फरियाद लगा चुकी हूं. लेकिन मेरी कहीं पर सुनवाई नहीं हो रही है. ना ही अभी मेरे पति को गिरफ्तार किया गया है. पीड़ित महिला का कहना है कि जून 2022 में पति ने तीन तलाक दे दिया था. जिसके बाद में थाने पर गई थी. तब मेरा राजीनामा करवा दिया गया था. लेकिन फिर कुछ ही दिनों बाद मुझे तीन तलाक दे दिया.
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बेटी पैदा होने की वजह से दिया तलाक: पीड़ित महिला का आरोप है कि पति ने बेटी होने की वजह से तलाक दिया था. महिला का कहना है कि पति ने पहले ही कह दिया था कि लड़का पैदा होना चाहिए. अगर लड़की हुई तो तलाक दे देंगे. देहज को लेकर लगातार मारपीट भी की जा रही थी. जबकि हैसियत के मुताबिक काफी देहज भी दिया था. राजस्थान पुलिस, राजस्थान सरकार और केंद्र सरकार से जल्द से जल्द इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई है.