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वसुंधरा का बड़ा बयान : हम एकजुट, CM का चेहरा दिल्ली तय करेगी...गहलोत-राहुल पर बोला तीखा हमला

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Published : Dec 16, 2022, 9:19 PM IST

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे शुक्रवार को बीजेपी मुख्यालय न आकर अपने घर से मीडिया से रूबरू हुईं. राजे ने प्रदेश की गहलोत सरकार के 4 साल के जश्न पर सवाल उठाए. साथ ही राजे ने राजस्थान बीजेपी की गुटबाजी को लेकर कहा कि हमारा सीएम का चेहरा दिल्ली तय करेगी.

Vasundhara Big Statement
मीडिया से मुखातिब होतीं वसुंधरा राजे
क्या कहा वसुंधरा ने...

जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार के 4 साल पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने तीखा हमला बोला. राजे ने कहा कि 4 साल तक सीएम की कुर्सी के लिए झगड़ती रही कांग्रेस किस बात का जश्न मना रही है ?. वसुंधरा राजे अपने आवास पर मीडिया से रूबरू हुईं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को तो राजस्थान के लोगों को मुंह दिखाने का भी हक नहीं है. वे भारत जोड़ने वाले नहीं, वादा तोड़ने वाले हैं. राहुल पहले किसानों का 10 दिन में सम्पूर्ण कर्जा माफ करने का वादा पूरा करते फिर यहां आते तो जनता स्वागत करती.

जश्न मनाने जैसा कोई काम नहीं किया : वसुंधरा राजे ने कहा कि सरकार चार साल का जश्न मना रही है, लेकिन ऐसा कोई काम सरकार ने चार साल में नहीं किया, जिसका ये जश्न मना सके. सीएम के गृह जिले जोधपुर में गैस सिलेंडर ब्लास्ट की घटना को लेकर राजे ने कहा कि सरकार संवेदनशील होती तो जश्न नहीं मनाती. इनकी खुद की विधानसभा में इतना बड़ा जख्म हुआ है. 32 आदमी मारे गए हैं और भी मौतें हो सकती हैं. राजे ने राज्य सरकार के चार साल को शून्य मार्किंग दी है. उन्होंने कहा कि सरकार चार साल में कुछ नहीं कर पाई है. प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है. जनता पर ध्यान देने की बजाय सब कुर्सी के पीछे लगे हुए हैं. नेताओं को अपने झगड़ों से फुर्सत ही नहीं मिली.

भारत जोड़ो नहीं वादा तोड़ने वाली यात्रा : राजे ने भारत जोड़ो यात्रा पर भी तंज कसा और कहा कि यह भारत जोड़ो नहीं बल्कि मेरे हिसाब से वादा तोड़ने वाली यात्रा निकली है. 100 दिन यात्रा को हो गए, जवाब तो देने चाहिए, 10 दिन के अंदर किसानों का पूरा कर्जा माफ करने की बात हुई थी, उसका क्या हुआ. ये वही राहुल हैं जिन्होंने यह कहा था कि जो नेता या मंत्री जनता की बात को नहीं सुनेगा उसे तुरंत बाहर करेंगे. लेकिन आज हालत यह है कि मंत्री-विधायकों की सुनवाई नहीं हो रही है. राहुल गांधी को अपनी पार्टी को जोड़ने की जरूरत है. उन्होंने कहा था कि जो जनता की सुनवाई नहीं करेगा, चाहे कितना ही बड़ा नेता क्यों न हो, उसे सरकार से बाहर कर दूंगा. यहां तो मंत्रियों और विधायकों की भी सुनवाई नहीं हो रही, जनता तो दूर की बात है.

पढ़ें : गहलोत सरकार की चौथी वर्षगांठ : कटारिया बोले- ये 4 साल राजस्थान ही नहीं, भारत में भी कलंक के रूप में याद किया जाएगा

क्लेस नहीं तो होटलों में बंद क्यों रहे : वसुंधरा राजे ने कहा कि राहुल गांधी राजस्थान में अपनी पार्टी को नहीं जोड़ सकते वो भारत जोड़ने चले हैं. राहुल गांधी कह रहे हैं कि राजस्थान कांग्रेस में कोई क्लेस नहीं है. क्लेस नहीं होता तो वे होटलों में क्यों बंद रहते ?. राजे ने कहा कि महिला अत्याचार, दलित उत्पीड़न, गैंगवार, गैंगरेप्स में इस सरकार ने तरक्की की है. इनकी वजह से राजस्थान की पूरे देश में अलग पहचान बन गई है. आज प्रदेश में विकास का अकाल है. आज जनता से बात करो तो सभी पहले यही कहते हैं कि भ्रष्टाचार चरम पर है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने अच्छे काम किए, लेकिन इस सरकार ने उनका नाम बदलने और हमारी योजनाओं को बंद करने के अलावा कुछ नहीं किया. आज राजस्थान को पिछड़े राज्यों की कतार में लाकर खड़ा कर दिया है, जबकि सरकार को चाहिए था कि हमारी अच्छी योजनाओं को बंद करने की बजाय उन्हें आगे बढ़ाते और नई स्कीम्स भी शुरू करते.

लड़कियों को सड़क पर जाने से लगता है डर : पूर्व सीएम ने कहा कि प्रदेश में लड़कियों और आम नागरिक (Vasundhara Targets Gehlot Government) रोड पर जाने से डरते हैं. पता नहीं कि कब कौन सा हादसा हो जाए. धर्म परिवर्तन हो रहा है. देवी-देवताओं का अपमान हो रहा है. कृषि कनेक्शन नहीं मिल रहे हैं, पर्याप्त बिजली और खाद नहीं मिल पा रही है. अशोक गहलोत सरकार प्रदेश के विकास और जनता की सेवा का अपना फर्ज भूल गई. सरकार का कार्यकाल पूरा होने तक प्रदेश के हर व्यक्ति पर करीब 87 हजार का कर्ज हो जाएगा, जो राजस्थान के इतिहास में अब तक का सर्वाधिक है.

गलतियां छीपाने के लिए पीएम को कोसते हैं : वसुंधरा राजे ने कहा कि हमारी सरकार की जीवनदायिनी योजना ईआरसीपी को गहलोत सरकार ने विवादास्पद बना दिया. राजे ने कहा कि इतने कर्ज के बावजूद इस सरकार के 4 साल में विकास का अकाल ही रहा. लोग मूल भूत सुविधाओं के लिए तरसते रहे. सरकार में बैठे लोग कुर्सी के लिए झगड़ते रहे. अपनी गलतियां छिपाने के लिए विश्व के लोकप्रिय नेता मोदी को कोसते रहे. जो प्रदेश हमारे समय में तरक्की की कतार में सबसे आगे था, वह आज पिछड़े राज्यों की लाइन में है. उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार और हमारी सरकार की योजनाओं का नाम बदल दिया गया. सच तो यह है कि राजस्थान में योजनाएं नहीं, सरकार बदली है.

पार्टी एकजुट, सीएम चेहरा दिल्ली तय करेगी : प्रदेश बीजेपी में चल रही गुटबाजी को लेकर भी (BJP Mission 2023) पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि गुटबाजी कांग्रेस में है, बीजेपी में नहीं है. उपचुनाव की हार से आम चुनाव का भविष्य तय नहीं हो जाता. जीत के सारे रिकॉर्ड तोड़ेंगे. चेहरे के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो भी होगा अच्छा होगा. भाजपा एक मुख, एकजुट और एक मत होकर चुनाव लड़ेगी और अभूतपूर्व जीत हासिल करेगी.

बीजेपी प्रदेश संगठन तलाशता रहा नेता : दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार के 4 साल के कामकाज के उपलब्धियों को लेकर प्रेस ब्रीफिंग की. राहुल गांधी की प्रेस ब्रीफिंग के काउंटर में प्रदेश बीजेपी संगठन भी किसी बड़े नेता के जरिए पलटवार करना चाह रहा था, लेकिन जनाक्रोश यात्रा में शामिल होने की वजह से (Factionalism in BJP) तमाम बड़े नेता जयपुर से बाहर थे. बाद में पूर्व कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने मीडिया ब्रीफिंग की.

हालांकि, प्रभुलाल सैनी 5:30 बजे जब मीडिया के सामने मुखातिब हुए, उससे आधे घंटे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपने घर से मीडिया से ब्रीफिंग कर दीं. अब इस बीच चर्चा ये हो रही है कि जब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे कह रही हैं कि पार्टी में सब एकजुट और एक साथ हैं तो वह फिर बीजेपी मुख्यालय ना आकर (BJP CM Face in Rajasthan) अपने घर से मीडिया ब्रीफिंग क्यों की. जबकि सरकार के 4 साल को लेकर हर दिन भाजपा मुख्यालय में प्रेस ब्रीफिंग हो रही है.

क्या कहा वसुंधरा ने...

जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार के 4 साल पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने तीखा हमला बोला. राजे ने कहा कि 4 साल तक सीएम की कुर्सी के लिए झगड़ती रही कांग्रेस किस बात का जश्न मना रही है ?. वसुंधरा राजे अपने आवास पर मीडिया से रूबरू हुईं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को तो राजस्थान के लोगों को मुंह दिखाने का भी हक नहीं है. वे भारत जोड़ने वाले नहीं, वादा तोड़ने वाले हैं. राहुल पहले किसानों का 10 दिन में सम्पूर्ण कर्जा माफ करने का वादा पूरा करते फिर यहां आते तो जनता स्वागत करती.

जश्न मनाने जैसा कोई काम नहीं किया : वसुंधरा राजे ने कहा कि सरकार चार साल का जश्न मना रही है, लेकिन ऐसा कोई काम सरकार ने चार साल में नहीं किया, जिसका ये जश्न मना सके. सीएम के गृह जिले जोधपुर में गैस सिलेंडर ब्लास्ट की घटना को लेकर राजे ने कहा कि सरकार संवेदनशील होती तो जश्न नहीं मनाती. इनकी खुद की विधानसभा में इतना बड़ा जख्म हुआ है. 32 आदमी मारे गए हैं और भी मौतें हो सकती हैं. राजे ने राज्य सरकार के चार साल को शून्य मार्किंग दी है. उन्होंने कहा कि सरकार चार साल में कुछ नहीं कर पाई है. प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है. जनता पर ध्यान देने की बजाय सब कुर्सी के पीछे लगे हुए हैं. नेताओं को अपने झगड़ों से फुर्सत ही नहीं मिली.

भारत जोड़ो नहीं वादा तोड़ने वाली यात्रा : राजे ने भारत जोड़ो यात्रा पर भी तंज कसा और कहा कि यह भारत जोड़ो नहीं बल्कि मेरे हिसाब से वादा तोड़ने वाली यात्रा निकली है. 100 दिन यात्रा को हो गए, जवाब तो देने चाहिए, 10 दिन के अंदर किसानों का पूरा कर्जा माफ करने की बात हुई थी, उसका क्या हुआ. ये वही राहुल हैं जिन्होंने यह कहा था कि जो नेता या मंत्री जनता की बात को नहीं सुनेगा उसे तुरंत बाहर करेंगे. लेकिन आज हालत यह है कि मंत्री-विधायकों की सुनवाई नहीं हो रही है. राहुल गांधी को अपनी पार्टी को जोड़ने की जरूरत है. उन्होंने कहा था कि जो जनता की सुनवाई नहीं करेगा, चाहे कितना ही बड़ा नेता क्यों न हो, उसे सरकार से बाहर कर दूंगा. यहां तो मंत्रियों और विधायकों की भी सुनवाई नहीं हो रही, जनता तो दूर की बात है.

पढ़ें : गहलोत सरकार की चौथी वर्षगांठ : कटारिया बोले- ये 4 साल राजस्थान ही नहीं, भारत में भी कलंक के रूप में याद किया जाएगा

क्लेस नहीं तो होटलों में बंद क्यों रहे : वसुंधरा राजे ने कहा कि राहुल गांधी राजस्थान में अपनी पार्टी को नहीं जोड़ सकते वो भारत जोड़ने चले हैं. राहुल गांधी कह रहे हैं कि राजस्थान कांग्रेस में कोई क्लेस नहीं है. क्लेस नहीं होता तो वे होटलों में क्यों बंद रहते ?. राजे ने कहा कि महिला अत्याचार, दलित उत्पीड़न, गैंगवार, गैंगरेप्स में इस सरकार ने तरक्की की है. इनकी वजह से राजस्थान की पूरे देश में अलग पहचान बन गई है. आज प्रदेश में विकास का अकाल है. आज जनता से बात करो तो सभी पहले यही कहते हैं कि भ्रष्टाचार चरम पर है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने अच्छे काम किए, लेकिन इस सरकार ने उनका नाम बदलने और हमारी योजनाओं को बंद करने के अलावा कुछ नहीं किया. आज राजस्थान को पिछड़े राज्यों की कतार में लाकर खड़ा कर दिया है, जबकि सरकार को चाहिए था कि हमारी अच्छी योजनाओं को बंद करने की बजाय उन्हें आगे बढ़ाते और नई स्कीम्स भी शुरू करते.

लड़कियों को सड़क पर जाने से लगता है डर : पूर्व सीएम ने कहा कि प्रदेश में लड़कियों और आम नागरिक (Vasundhara Targets Gehlot Government) रोड पर जाने से डरते हैं. पता नहीं कि कब कौन सा हादसा हो जाए. धर्म परिवर्तन हो रहा है. देवी-देवताओं का अपमान हो रहा है. कृषि कनेक्शन नहीं मिल रहे हैं, पर्याप्त बिजली और खाद नहीं मिल पा रही है. अशोक गहलोत सरकार प्रदेश के विकास और जनता की सेवा का अपना फर्ज भूल गई. सरकार का कार्यकाल पूरा होने तक प्रदेश के हर व्यक्ति पर करीब 87 हजार का कर्ज हो जाएगा, जो राजस्थान के इतिहास में अब तक का सर्वाधिक है.

गलतियां छीपाने के लिए पीएम को कोसते हैं : वसुंधरा राजे ने कहा कि हमारी सरकार की जीवनदायिनी योजना ईआरसीपी को गहलोत सरकार ने विवादास्पद बना दिया. राजे ने कहा कि इतने कर्ज के बावजूद इस सरकार के 4 साल में विकास का अकाल ही रहा. लोग मूल भूत सुविधाओं के लिए तरसते रहे. सरकार में बैठे लोग कुर्सी के लिए झगड़ते रहे. अपनी गलतियां छिपाने के लिए विश्व के लोकप्रिय नेता मोदी को कोसते रहे. जो प्रदेश हमारे समय में तरक्की की कतार में सबसे आगे था, वह आज पिछड़े राज्यों की लाइन में है. उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार और हमारी सरकार की योजनाओं का नाम बदल दिया गया. सच तो यह है कि राजस्थान में योजनाएं नहीं, सरकार बदली है.

पार्टी एकजुट, सीएम चेहरा दिल्ली तय करेगी : प्रदेश बीजेपी में चल रही गुटबाजी को लेकर भी (BJP Mission 2023) पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि गुटबाजी कांग्रेस में है, बीजेपी में नहीं है. उपचुनाव की हार से आम चुनाव का भविष्य तय नहीं हो जाता. जीत के सारे रिकॉर्ड तोड़ेंगे. चेहरे के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो भी होगा अच्छा होगा. भाजपा एक मुख, एकजुट और एक मत होकर चुनाव लड़ेगी और अभूतपूर्व जीत हासिल करेगी.

बीजेपी प्रदेश संगठन तलाशता रहा नेता : दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार के 4 साल के कामकाज के उपलब्धियों को लेकर प्रेस ब्रीफिंग की. राहुल गांधी की प्रेस ब्रीफिंग के काउंटर में प्रदेश बीजेपी संगठन भी किसी बड़े नेता के जरिए पलटवार करना चाह रहा था, लेकिन जनाक्रोश यात्रा में शामिल होने की वजह से (Factionalism in BJP) तमाम बड़े नेता जयपुर से बाहर थे. बाद में पूर्व कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने मीडिया ब्रीफिंग की.

हालांकि, प्रभुलाल सैनी 5:30 बजे जब मीडिया के सामने मुखातिब हुए, उससे आधे घंटे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपने घर से मीडिया से ब्रीफिंग कर दीं. अब इस बीच चर्चा ये हो रही है कि जब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे कह रही हैं कि पार्टी में सब एकजुट और एक साथ हैं तो वह फिर बीजेपी मुख्यालय ना आकर (BJP CM Face in Rajasthan) अपने घर से मीडिया ब्रीफिंग क्यों की. जबकि सरकार के 4 साल को लेकर हर दिन भाजपा मुख्यालय में प्रेस ब्रीफिंग हो रही है.

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