जयपुर. राजस्थान के युवा बेरोजगार 29 दिन से गुजरात में डटे हुए हैं. गुजरात में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सत्याग्रह कर रहे युवा बेरोजगार रविवार को सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात के लिए अहमदाबाद स्टेट हाउस पहुंचने वाले थे लेकिन इससे पहले ही सत्याग्रह की अगुवाई कर रहे उपेन यादव को गिरफ्तार कर लिया गया (Upen Yadav Protests In Gujarat). जिसके बाद युवाओं ने सोशल मीडिया पर उपेन यादव की रिहाई की मांग तेज कर दी. इसके साथ ही अपील की कि सीएम से एक बार मुलाकात कर उनकी बात सुन ली जाए. उपेन यादव को करीब 14 घंटे बाद रिहा कर दिया गया. गुजरात में सत्याग्रह कर रहे उपेन यादव को यहां अब तक तीन बार गिरफ्तार किया जा चुका है.
गुजरात में बेरोजगार: गुजरात में सत्याग्रह कर रहे प्रदेश के युवा बेरोजगार अहमदाबाद में अलग-अलग जगहों पर गुजर-बसर कर रहे हैं. युवाओं ने गहलोत सरकार पर उन्हें नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है. कहा है कि पहले दांडी यात्रा उसके बाद अहमदाबाद में महापड़ाव, लेकिन राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने सुध तक नहीं ली. जबकि विधानसभा चुनाव में सीएम लगातार गुजरात पहुंच रहे हैं. सीएम से मिलने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा.
सीएम से नहीं मिलने दिया जा रहा: आंदोलनकर्ताओं के मुताबिक शनिवार को भी बेरोजगार गुजरात पहुंचे अशोक गहलोत से मिलने के लिए स्टेटहाउस गए थे. उन्हें कहा गया कि अशोक गहलोत गांधीनगर थे, देर रात तक अहमदाबाद पहुंचेंगे. ऐसे में उनसे रविवार सुबह आकर मिलें लेकिन आज सुबह सीएम से मुलाकात के लिए जाने से पहले ही आंदोलन की अगुवाई कर रहे उपेन यादव को गिरफ्तार कर लिया गया. सीएम से मिलने से रोका जा रहा है. आंदोलनरत युवा बेरोजगारों ने कहा कि मुख्यमंत्री उनके अभिभावक समान हैं. ऐसे में वो अपने बच्चों को समय दें और कम से कम उनकी बात को सुने.
आपको बता दें कि राजस्थान में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं. इससे पहले प्रदेश कांग्रेस के सामने मिशन गुजरात है. जिसे फतह करने की जिम्मेदारी कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत को सौंपी है. उन्हें गुजरात का वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाया गया है. उनके अलावा प्रदेश के 13 मंत्री और 10 कांग्रेसी विधायक भी बतौर स्टार प्रचारक गुजरात पहुंचेंगे.