जयपुर. जेल से बाहर आने के साथ ही बेरोजगार एकीकृत महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव ने अब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में पहुंच कर उन्हें अपनी मांगों का ज्ञापन देने का एलान किया है. उन्होंने 2016 के जिस मुकदमे में उन्हें गिरफ्तार किया गया उसे झूठा और षड्यंत्र बताते हुए कहा कि वो अंतिम सांस तक युवा बेरोजगारों के लिए संघर्ष करते रहेंगे. साथ ही उपेन यादव ने उन्हें दोबारा झूठे मुकदमे में जेल में डालने की आशंका भी व्यक्त की. वहीं, झूठे मुकदमे के खिलाफ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने और 9 फरवरी को न्याय और युवा जागृति रैली निकालने की घोषणा की.
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेंद्र यादव को 10 दिन बाद (Upen Yadav Gets Bail) मंगलवार शाम जेल से रिहाई मिली. अपनी रिहाई के बाद उपेन ने कांग्रेस सरकार पर सवाल खड़े करते हुए निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उन्हें बेवजह जेल भेजा गया, लेकिन वो डरने वाले नहीं हैं. आगे भी बेरोजगारों के हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे. चाहे इसके लिए जान ही क्यों ना देनी पड़े. और अब वो राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में पहुंच कर उन्हें भी अपनी मांगों का ज्ञापन देंगे.
हालांकि, उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि भारत जोड़ो यात्रा में जाने से पहले वो सीएम से मुलाकात कर ना सिर्फ उनके वादे याद दिलाएंगे, बल्कि इस बार उन्हें गिरफ्तार किए जाने के घटनाक्रम से भी (Arresting of Upen Yadav) वाकिफ कराएंगे. उपेन यादव ने कहा कि 22 घंटे अवैध रूप से हिरासत में रखने, झूठे मुकदमे में फंसाने और छवि को धूमिल करने के चलते मानहानि का दावा करते हुए हाईकोर्ट का भी दरवाजा खटखटाएंगे. इसके बाद 9 फरवरी को न्याय और युवा जागृति रैली निकाली जाएगी.
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उपेन ने खुद पर लगे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे षड्यंत्र बताया. साथ ही कहा कि जिस मुकदमे में उन्हें गिरफ्तार किया गया है, उससे उनका कोई लेना-देना ही नहीं है. उनके भाई मुकेश यादव के खिलाफ साल 2016 में एक ऐसे व्यक्ति ने एफआईआर दर्ज कराई है, जिसके खिलाफ कई मुकदमें लंबित हैं. जिसमें मुकेश को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन कुछ वक्त बाद ही उनकी जमानत भी हो गई थी. उन्होंने बताया कि साल 2020 में मुकेश यादव के खिलाफ चालान पेश किया गया, जिसमें तीन के खिलाफ अनुंसधान लंबित रखा गया था. उनका का नाम ना तो एफआईआर में था और ना ही अनुसंधान में, फिर भी उन्हें आरोपी बनाया गया.
आपको बता दें कि उपेन यादव बेरोजगारों की 20 सूत्री मांगों को लेकर 20 नवंबर को सरदारशहर चूरू में आक्रोश रैली निकालने वाले थे, लेकिन इससे पहले ही 19 नवंबर की शाम पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. वहीं, 20 नवंबर की शाम जमीन धोखाधड़ी मामले में श्याम नगर थाना पुलिस ने उपेन को गिरफ्तार कर लिया.
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पुलिस ने बताया कि उपेन ने अपने भाई मुकेश यादव के साथ मिल जयपुर में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर करोड़ों की जमीन पर कब्जा किया था, जिसके खिलाफ पिछले 5 सालों से जांच चल रही थी. लेकिन उपेन जांच में सहयोग नहीं कर रहा था. ऐसे में उन्हें सीकर सीमा से हिरासत में लेकर (Upen Yadav Fraud Case) पूछताछ की गई. पुलिस की ओर से बताया गया कि उपेन ने अपना जुर्म कबूल किया. वहीं, उपेन की रिहाई की मांग को लेकर बेरोजगारों ने सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक आंदोलन शुरू कर दिया था.