जयपुर. कांग्रेस पर परिवारवाद के आरोप लगते आए हैं. पार्टी में नेताओं के परिजन प्रमुख पदों पर नजर आते हैं. राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी की बेटी अराधना मिश्रा जो यूपी से विधायक हैं, उन्होंने गुरुवार को जयपुर में प्रेस से बातचीत में कहा कि कांग्रेस नेताओं के परिवार जनों को टिकट देना कोई गुनाह तो नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर प्रत्याशी जिताऊ है, तो उसे टिकट जरूर दिया जाएगा.
अराधना मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस परिवार काफी बड़ा है. परिवार के व्यक्ति को टिकट देना कोई गुनाह तो नहीं है. अगर कोई भी व्यक्ति अपने फील्ड से अपने बेटे-बेटी को आगे लाता है, तो इस पर किसी को सवाल नहीं खड़े करने चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नीयत और नीति स्पष्ट है कि जो पार्टी के लिए अच्छा होगा, जिताऊ, विश्वसनीय और अच्छा होगा, उसे टिकट दी जाएगी.
'अबकी बार आठों पार' का नारा: राजस्थान कांग्रेस में टिकट को लेकर माथापच्ची का काम शुरू हो चुका है. इसे लेकर राजस्थान के कांग्रेस पार्टी के 25 लोकसभा पर्यवेक्षकों ने गुरुवार से अपनी-अपनी लोकसभा में जाकर मंथन का काम शुरू कर दिया है. हालांकि जिन लोकसभा में आज पर्यवेक्षक बैठक नहीं ले पाए, वे पर्यवेक्षक कल भी अपने लोकसभा सीट पर चर्चा करेंगे. राजधानी जयपुर में भी जयपुर शहर और जयपुर ग्रामीण की बैठक अलग-अलग स्थान पर हुई.
जयपुर शहर की बैठक यूपी से विधायक और कांग्रेस विधायक दल की नेता अराधना मिश्रा ने जयपुर लोकसभा की प्रभारी के तौर पर बैठक ली. बैठक में उन्होंने नेताओं को 'अबकी बार आठों पार' का नारा दिया. पर्यवेक्षक अराधना मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जो राजस्थान को कुशल नेतृत्व दिया है, उसका असर देखने को मिलेगा. इस बार जयपुर सहित राजस्थान भी इतिहास बदलेगा.