जयपुर. शहर के वेस्ट जिले की स्पेशल डीएसटी टीम ने नकली शराब बनाने के कारखाने का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने दबिश देकर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही मौके से 5 अवैध शराब की पेटी, 3 स्कूटी और निजी कंपनी की शराब के ढक्कन और खाली बोतलें बरामद की है.
डीसीपी वेस्ट प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी मनोज कुमार शर्मा जिला भरतपुर के रामपुरा का रहने वाला है. जयपुर के वैशाली नगर में किराए के मकान में रहता है. दूसरा आरोपी महावीर सिंह नागौर के बड़ी खाटू और तीसरा आरोपी शैतान सिंह नागौर के डेगाना का हैं.
पिछले कुछ समय से जयपुर के करधनी इलाके में निवारु रोड पर गणेश नगर में रहने वाले राजेंद्र सिंह के यहां कमरा किराए पर लेकर नकली शराब बनाने का काम कर रहे थे. मकान मालिक राजेंद्र सिंह भी नागौर में मारोठ का रहने वाला है. इससे तीनों आरोपियों की राजेंद्र से पहचान थी. इसी विश्वास में यहां शराब पैकिंग कर बेचने का काम शुरू कर दिया.
थाना क्षेत्र में अवैध शराब बिकने की सूचना मिलने पर डीएसटी प्रभारी पुलिस इंस्पेक्टर नरेंद्र खींचड़ के नेतृत्व में 26 जनवरी को रात के समय मकान पर छापा मारा गया. कार्रवाई के दौरान मौके पर 239 एक निजी शराब की बोतलों में सस्ती शराब पैकिंग कर मिली. साथ ही करीब 578 ढक्कन मिले.
तीनों आरोपी थाना क्षेत्र में कारखाना संचालित कर ब्रांडेड कंपनी की शराब की बोतलों में सस्ती शराब पव्वा मिलाकर मशीन से सील पैक कर बाजार में सप्लाई कर रहे थे. आरोपी स्कूटी में अवैध शराब की बोतलें छिपाकर अपने चुनिंदा ग्राहकों को डोर टू डोर सप्लाई करते थे. इस पूरे मामले में पुलिस ने मकान मालिक को भी हिरासत में लिया है. फिलहाल पकड़े गए तीनों आरोपियों से पूछताछ जारी है. पूछताछ में कई अन्य वारदातें खुलने की आशंका भी जताई जा रही है.