जयपुर. प्रदेश के तृतीय श्रेणी शिक्षकों का तबादलों को लेकर इंतजार बढ़ता जा रहा है. अब उन्होंने आमरण अनशन का रास्ता अपनाया है. शिक्षा संकुल में क्रमिक धरने पर बैठे शिक्षकों ने मंगलवार से आमरण अनशन शुरू कर दिया. साथ ही चेतावनी दी कि इस बार आश्वासन नहीं बल्कि ट्रांसफर चाहिए और जब तक ट्रांसफर नहीं होंगे, वो अपना अनशन नहीं तोड़ेंगे.
तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले कराने की मांग को लेकर प्रदेश भर में आंदोलन करने के बाद 26 मई से शिक्षा संकुल में क्रमिक धरना शुरू किया गया. जिसे मंगलवार को आमरण अनशन में तब्दील किया गया. अनशन पर बैठे राजस्थान एकीकृत शिक्षक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष हरपाल दादरवाल ने कहा कि अब तक शिक्षा विभाग के अधिकारियों और राज्य सरकार के नुमाइंदों की ओर से कोई भी सकारात्मक जवाब नहीं आया है. ऐसे में उन्होंने शिक्षकों के इस यज्ञ में आहुति देने के लिए अन्य पीड़ित शिक्षकों का आह्वान किया.
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साथ ही सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले नहीं किए जाते वो अपना अनशन जारी रखेंगे. वहीं शिक्षक नेता डॉ रणजीत मीणा ने कहा कि शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला कह रहे हैं कि ट्रांसफर खुलेंगे तभी थर्ड ग्रेड के ट्रांसफर करेंगे, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से ट्रांसफर से बैन ही नहीं हटाया गया तो शिक्षक उन पर कैसे भरोसा करें. तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती लेवल-1 का परिणाम आ गया है और जल्द लेवल-2 का परिणाम भी घोषित होने वाला है.
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चिंता इस बात की है कि जिन जिलों में शिक्षक आना चाहता है, वहां के पद नए अध्यापकों से भर जाएंगे, तो ट्रांसफर चाहने वाले शिक्षकों का क्या होगा. उन्होंने कहा कि ग्रीष्मावकाश खत्म हो जाएंगे तो फिर सरकार नए सत्र और ग्रामीण ओलंपिक खेलों का बहाना बनाकर ट्रांसफर नहीं करेगी. इससे पहले सोमवार को शिक्षक शिक्षा संकुल से पैदल मोती डूंगरी गणेश मंदिर पहुंचे और यहां प्रथम पूज्य के समक्ष ट्रांसफर की अर्जी लगाई.