चौमूं (जयपुर). नगरपालिका में 11 दिसंबर को चुनाव होने जा रहे हैं. चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. नगर पालिका चुनाव को लेकर भाजपा ने 45 वार्डो में अपने प्रत्याशियों को टिकट देकर सूची जारी कर दी है तो इधर आरएलपी ने भी 21 वार्डों में अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं. इन दोनों पार्टियों के टिकट सूचियां जारी होने के बाद भी शुक्रवार शाम तक कांग्रेस की अधिकृत सूची जारी नहीं की गई थी.
बाद में रात 10:00 बजे कांग्रेस ने ऑफिशियल व्हाट्सएप नंबर के जरिए टिकट की सूची जारी की. सूची के जारी होने के बाद से ही विरोध के सुर तेज हो गए. कांग्रेस को भी सूची जारी करने से पहले यही डर सता रहा था कि कहीं अपने ही अदावत पर न उतर आएं. हुआ भी कुछ ऐसा ही कि शनिवार सुबह ही कांग्रेस के कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय पर पहुंच गए और वहां मौजूद पूर्व विधायक भगवान सहाय सैनी को खरी खोटी सुनाई.
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टिकट के दावेदारों और कार्यकर्ताओं को पूर्व विधायक आश्वस्त नहीं कर पाए. सवाल खड़ा था की आखिर उनका टिकट क्यों काटा गया. पूर्व विधायक भगवान सहाय सैनी ने एक बार ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला का नाम लिया. कहा कि टिकट उनके कहने से दिया गया है. इस पर कार्यकर्ता आग बबूला हो गए. यानी कार्यकर्ताओं और पूर्व विधायक दोनों ने ही टिकट वितरण में ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला का नाम भी घसीट लिया और बहस बढ़ती ही चली गई. बढ़ते विरोध को देखकर पूर्व विधायक भगवान सहाय सैनी भी अपनी गाड़ी में बैठकर रवाना हो गए.
गौरतलब है कि पिछले 10 वर्षों से भाजपा ने ही नगरपालिका पर अपना कब्जा जमा रखा है. भाजपा दोनों बार ही अपना बोर्ड बनाने में कामयाब रही है. इस बार लग रहा था कि प्रदेश में सरकार कांग्रेस की होने के कारण निकाय चुनाव में चौमूं में कांग्रेस अपना हाथ मजबूत कर सकती है. लेकिन टिकट वितरण में हुए इस घमासान से कांग्रेस को नुकसान होने का खतरा ज्यादा मंडरा रहा है.