जयपुर. चयनित शिक्षक संघ 1998 के चयनित शिक्षकों में सरकार के खिलाफ आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है. अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे चयनित शिक्षकों को जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते हुए 28 दिन हो चुके हैं. उन्होंने कहा है कि उन्होंने 9 जुलाई तक राज्य सरकार को डेडलाइन दी है. यदि उनकी मांग नहीं मानी जाती है तो वह इसे लेकर 10 व 11 जुलाई को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मिलेंगे और इसके लिए मिलने का समय भी तय हो चुका है.
1998 की तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में चयनित सैकड़ों शिक्षक अपनी मांगों को लेकर लगातार जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर रहे हैं. वे 28 दिन से जयपुर जिला कलेक्टर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर रहे है. 28 जून को प्रदेश भर के चयनित शिक्षकों ने एक विशाल रैली भी निकाली थी. इसमें उनके परिजन भी शामिल थे. सेंकडों चयनित शिक्षक शहीद स्मारक से सहकार भवन तक गए थे. वहां इन चयनित शिक्षकों में से 3 महिलाओं सहित चार शिक्षकों की तबीयत खराब हो गई थी जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. उस समय उनकी शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा से भी बात हुई थी. मंत्री ने आश्वासन दिया था कि अगले 15 दिनों में उनकी मांग पर चर्चा कर निर्णय कर दिया जाएगा कि वे नियुक्ति के काबिल है या नहीं है.
इन सभी चयनित शिक्षकों का कहना है कि जब गहलोत सरकार ने दो बार उनकी नियुक्ति का आदेश जारी कर दिए तो अब उनको नियुक्ति देने में क्यों परेशानी हो रही है. विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस सरकार ने उन्हें नियुक्ति देने का आश्वासन दिया था लेकिन अब तक कोई नियुक्ति नहीं हुई है. चयनित शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के उस बयान की भी निंदा की है जिसमें उन्होंने कहा है कि आपका मामला मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही हल कर सकते हैं.
अखिल राजस्थान चयनित शिक्षक संघ 1998 के सचिव विजेंद्र सिंह चौहान ने कहा है कि कितने शिक्षा मंत्री आए और सरकारें बदली लेकिन किसी ने भी न्याय नहीं किया. सब लोगों ने यही कहा कि आपके साथ अन्याय हुआ है फिर भी सरकार नियुक्ति नहीं दे रही है. उन्होंने कहा कि 9 जुलाई तक हमने सरकार को डेडलाइन दी है. अगर 9 जुलाई तक हमारी मांग नहीं मानी जाती है तो हम हमारी मांग राहुल गांधी और प्रियंका गांधी तक पहुंचाएंगे उसके लिए मिलने का समय अभी तय हो चुका है.