ETV Bharat / state

जयपुरः अब निगम के कर्मचारियों की होगी तीन लाख की मेडिकल पॉलिसी - Jaipur Municipal Corporation news

नगर निगम में 2004 के बाद से अब तक भर्ती हुए कर्मचारियों को मेडिकल सुविधाओं में बड़ी राहत मिलने वाली है. जिसके लिए निगम में भर्ती हुए 6 हजार कर्मचारियों की तीन लाख तक की मेडिकल पॉलिसी कराई जा रही है. जिसका खर्च खुद निगम वहन करेगा.

तीन लाख की मेडिकल पॉलिसी, Medical policy of three lakhs
author img

By

Published : Oct 2, 2019, 7:08 PM IST

जयपुर. नगर निगम में 2004 के बाद से अब तक भर्ती हुए कर्मचारियों को मेडिकल सुविधाओं में बड़ी राहत मिलने वाली है. निगम में भर्ती हुए 6 हजार कर्मचारियों की तीन लाख तक की मेडिकल पॉलिसी कराई जा रही है. जिसका पूरा खर्चा नगर निगम वहन करेगा.

निगम के कर्मचारियों को मिलेगी मेडिकल पॉलिसी

कर्मचारियों को मेडिकल सुविधाओं के नाम पर इनडोर और आउटडोर इलाज पर होने वाले खर्च का पुनर्भरण, और रिटायर होने पर राजस्थान पेंशनर मेडिकल फंड के जरिए इनडोर और आउटडोर इलाज का पैसा सरकार देती है.

पढ़ें- RCA चुनाव का सस्पेंस खत्म...वैभव गहलोत ने भरा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन

लेकिन 2004 के बाद भर्ती हुए कर्मचारियों के लिए सरकार की ओर से ये सुविधा बंद कर दी गई. जिसे लेकर अब नगर निगम ने अपने स्तर पर पहल करते हुए 2004 के बाद निगम में लगे 6 हजार कर्मचारियों की मेडिकल पॉलिसी तैयार करने का फैसला लिया है.

जिसके तहत सफाई कर्मचारी सहित अन्य कर्मचारियों की तीन लाख तक की पॉलिसी की जाएगी. इस संबंध में एक्जीक्यूटिव कमेटी की मीटिंग में भी निर्णय पारित किया जा चुका है. महापौर विष्णु लाटा ने बताया कि सरकार द्वारा किसी भी विभाग में 2004 के बाद के कर्मचारियों को मेडिकल की फैसिलिटी नहीं है.

लेकिन निगम अपने स्तर पर अपने कर्मचारियों के लिए ये खर्चा वहन करेगा. कर्मचारियों से इसके लिए एक भी रुपया नहीं लिया जाएगा. बता दें कि बीते एक साल में अब तक निगम से जुड़े सफाई कर्मचारियों के 13 दुर्घटना के मामले सामने आ चुके हैं. जिसके बाद निगम की इस पहल के बाद कर्मचारियों को एक बड़ी राहत मिलेगी.

जयपुर. नगर निगम में 2004 के बाद से अब तक भर्ती हुए कर्मचारियों को मेडिकल सुविधाओं में बड़ी राहत मिलने वाली है. निगम में भर्ती हुए 6 हजार कर्मचारियों की तीन लाख तक की मेडिकल पॉलिसी कराई जा रही है. जिसका पूरा खर्चा नगर निगम वहन करेगा.

निगम के कर्मचारियों को मिलेगी मेडिकल पॉलिसी

कर्मचारियों को मेडिकल सुविधाओं के नाम पर इनडोर और आउटडोर इलाज पर होने वाले खर्च का पुनर्भरण, और रिटायर होने पर राजस्थान पेंशनर मेडिकल फंड के जरिए इनडोर और आउटडोर इलाज का पैसा सरकार देती है.

पढ़ें- RCA चुनाव का सस्पेंस खत्म...वैभव गहलोत ने भरा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन

लेकिन 2004 के बाद भर्ती हुए कर्मचारियों के लिए सरकार की ओर से ये सुविधा बंद कर दी गई. जिसे लेकर अब नगर निगम ने अपने स्तर पर पहल करते हुए 2004 के बाद निगम में लगे 6 हजार कर्मचारियों की मेडिकल पॉलिसी तैयार करने का फैसला लिया है.

जिसके तहत सफाई कर्मचारी सहित अन्य कर्मचारियों की तीन लाख तक की पॉलिसी की जाएगी. इस संबंध में एक्जीक्यूटिव कमेटी की मीटिंग में भी निर्णय पारित किया जा चुका है. महापौर विष्णु लाटा ने बताया कि सरकार द्वारा किसी भी विभाग में 2004 के बाद के कर्मचारियों को मेडिकल की फैसिलिटी नहीं है.

लेकिन निगम अपने स्तर पर अपने कर्मचारियों के लिए ये खर्चा वहन करेगा. कर्मचारियों से इसके लिए एक भी रुपया नहीं लिया जाएगा. बता दें कि बीते एक साल में अब तक निगम से जुड़े सफाई कर्मचारियों के 13 दुर्घटना के मामले सामने आ चुके हैं. जिसके बाद निगम की इस पहल के बाद कर्मचारियों को एक बड़ी राहत मिलेगी.

Intro:जयपुर - नगर निगम में 2004 के बाद से अब तक भर्ती हुए कर्मचारियों को मेडिकल सुविधाओं में बड़ी राहत मिलने वाली है। निगम में भर्ती हुए 6000 कर्मचारियों की तीन लाख तक की मेडिकल पॉलिसी कराई जा रही है। जिसका पूरा खर्चा नगर निगम वहन करेगा।


Body:सरकार में 2004 से पहले भर्ती कर्मचारियों को मेडिकल सुविधाओं के नाम पर इनडोर और आउटडोर इलाज पर होने वाले खर्च का पुनर्भरण, और रिटायर होने पर राजस्थान पेंशनर मेडिकल फंड के जरिए इनडोर और आउटडोर इलाज का पैसा सरकार देती है। लेकिन 2004 के बाद भर्ती कर्मचारियों के लिए सरकार की ओर से ये सुविधा बंद कर दी गई। इसे लेकर अब नगर निगम ने अपने स्तर पर पहल करते हुए 2004 के बाद निगम में लगे 6000 कर्मचारियों की मेडिकल पॉलिसी तैयार करने का फैसला लिया है। जिसके तहत सफाई कर्मचारी हो या अन्य कर्मचारी सभी की तीन लाख तक की पॉलिसी की जाएगी। इस संबंध में एक्जीक्यूटिव कमेटी की मीटिंग में भी निर्णय पारित किया जा चुका है। महापौर विष्णु लाटा ने बताया कि सरकार द्वारा किसी भी विभाग में 2004 के बाद के कर्मचारियों को मेडिकल की फैसिलिटी नहीं है। लेकिन निगम अपने स्तर पर अपने कर्मचारियों के लिए ये खर्चा वहन करेगा। कर्मचारियों से इसके लिए एक भी रुपया नहीं लिया जाएगा।
बाईट - विष्णु लाटा, मेयर


Conclusion:आपको बता दें कि बीते 1 साल में अब तक निगम से जुड़े सफाई कर्मचारियों के 13 दुर्घटना के मामले सामने आ चुके हैं। जबकि ऐसे कई कर्मचारी हैं जो पैसों के अभाव में दवाइयों का खर्चा वहन नहीं कर पाते और समय से पहले उनकी मौत हो जाती है। निगम की इस पहल के बाद कर्मचारियों को एक बड़ी राहत मिलेगी।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.