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Akshaya Tritiya 2023 : अक्षय तृतीया पर ठाकुर जी की हुई खास पूजा, शृंगार, भोगराग और पहनावे में बदलाव

अक्षय तृतीया पर शहर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर में ठाकुर जी की (Akshaya Tritiya 2023) सेवा, शृंगार, भोगराग और पहनावे में बदलाव किया गया. ठाकुर जी के चंदन का लेप लगाकर, खरबूजा और तरबूज के साथ सत्तू का भोग लगाया गया. साथ ही ठाकुर जी को केसरिया रंग की नई धोती दुपट्टा पोशाक धारण करवाई गई.

Akshaya Tritiya 2023
अक्षय तृतीया पर ठाकुर जी की सेवा
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Published : Apr 22, 2023, 11:52 AM IST

अक्षय तृतीया पर ठाकुर जी की सेवा

जयपुर. अक्षय तृतीया के पर्व को गोविंद देव जी मंदिर में चंदन यात्रा के उत्सव रूप में भी मनाया गया. सुबह ठाकुर जी का अभिषेक होने के बाद शीतलता प्रदान करने के लिए विशेष केसर चंदन का लेप किया गया. इसके बाद ठाकुर जी को नवीन केसरिया धोती दुपट्टा धारण कराया गया. भगवान को शीतलता प्रदान करने के लिए फव्वारे की सेवा भी की गई. इसके अलावा अंदर गर्भ गृह में कूलर पंखा सेवा भी शुरू किया गया.

अक्षय तृतीया के मौके पर श्री ठाकुर जी को 5 तरह के ऋतु फलों का भोग लगाया गया और मोतिया बेसन लड्डू का भोग लगाया गया. इस दौरान श्री ठाकुर जी के पोशाक सेवा में बदलाव करते हुए सुबह धोती दुपट्टा पोशाक सेवा शुरू की गई. बता दें कि चंदन यात्रा उत्सव के लिए जो चंदन लेप किया गया उस चंदन की तैयारी 1 महीने पहले से ही शुरू कर दिया गया था. इस पावन पर्व पर भगवान श्री परशुराम जी का अवतरण दिवस भी मनाया गया.

पढ़ें : Akshaya Tritiya Facts : जानिए अक्षय तृतीया से जुड़ी विधि-मान्यताएं और स्पेशल फैक्ट्स

आराध्य गोविंददेवजी मंदिर के अलावा चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर जी, पुरानी बस्ती स्थित गोपीनाथजी और शहर के दूसरे कृष्ण मंदिरों में भी ठाकुर जी का चंदन शृंगार किया गया. वहीं, भोगराग और पहनावे में बदलाव किया गया. साथ ही ठाकुर जी को श्रीखंड, आम, तरबूज, खरबूजा, अंगूर का भोग लगाया गया. अब से ठाकुर जी को हर दिन धोती दुपट्टा और राधा रानी को सूती साड़ी धारण करवाई जाएगी. चूंकि अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना भी शुभ माना जाता है. ऐसे में लोग शनिवार को जमकर खरीदारी करने पहुंचेंगे. इसके लिए ज्वेलर्स में भी खासा उत्साह देखने को मिल रहा है,

अक्षय तृतीया पर ठाकुर जी की सेवा

जयपुर. अक्षय तृतीया के पर्व को गोविंद देव जी मंदिर में चंदन यात्रा के उत्सव रूप में भी मनाया गया. सुबह ठाकुर जी का अभिषेक होने के बाद शीतलता प्रदान करने के लिए विशेष केसर चंदन का लेप किया गया. इसके बाद ठाकुर जी को नवीन केसरिया धोती दुपट्टा धारण कराया गया. भगवान को शीतलता प्रदान करने के लिए फव्वारे की सेवा भी की गई. इसके अलावा अंदर गर्भ गृह में कूलर पंखा सेवा भी शुरू किया गया.

अक्षय तृतीया के मौके पर श्री ठाकुर जी को 5 तरह के ऋतु फलों का भोग लगाया गया और मोतिया बेसन लड्डू का भोग लगाया गया. इस दौरान श्री ठाकुर जी के पोशाक सेवा में बदलाव करते हुए सुबह धोती दुपट्टा पोशाक सेवा शुरू की गई. बता दें कि चंदन यात्रा उत्सव के लिए जो चंदन लेप किया गया उस चंदन की तैयारी 1 महीने पहले से ही शुरू कर दिया गया था. इस पावन पर्व पर भगवान श्री परशुराम जी का अवतरण दिवस भी मनाया गया.

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आराध्य गोविंददेवजी मंदिर के अलावा चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर जी, पुरानी बस्ती स्थित गोपीनाथजी और शहर के दूसरे कृष्ण मंदिरों में भी ठाकुर जी का चंदन शृंगार किया गया. वहीं, भोगराग और पहनावे में बदलाव किया गया. साथ ही ठाकुर जी को श्रीखंड, आम, तरबूज, खरबूजा, अंगूर का भोग लगाया गया. अब से ठाकुर जी को हर दिन धोती दुपट्टा और राधा रानी को सूती साड़ी धारण करवाई जाएगी. चूंकि अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना भी शुभ माना जाता है. ऐसे में लोग शनिवार को जमकर खरीदारी करने पहुंचेंगे. इसके लिए ज्वेलर्स में भी खासा उत्साह देखने को मिल रहा है,

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