जयपुर. राजधानी में बजरी माफियाओं के हौसलें बुलंद हैं. पुलिस की सुस्त चाल पुलिस तंत्र पर अनेक सवालिया निशान खड़े कर रही है. करधनी थाना इलाके में जहां बजरी माफियाओं द्वारा डंपर चढ़ाकर एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई तो वहीं शनिवार को जगतपुरा में आरटीओ दस्ते के साथ बजरी माफियाओं ने सरेराह मारपीट कर बजरी से भरा डंपर मौके से लेकर भागने की वारदात को अंजाम दिया. इतना कुछ हो जाने के बावजूद भी जयपुर पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है और बजरी माफियाओं के खिलाफ कोई भी सख्त कदम नहीं उठा रही है.
शनिवार को जगतपुरा में आरटीओ दस्ते के साथ मारपीट करने वाले बजरी माफियाओं ने ना केवल सरियों और डंडों से मारपीट की वारदात को अंजाम दिया बल्कि दोबारा दिखाई देने पर जान से मारने की धमकी तक दे डाली. हालांकि मामला गरमाता देख पुलिस ने इस प्रकरण में एक बजरी माफिया गिर्राज यादव को गिरफ्तार कर इतिश्री कर ली.
जब इस पूरे प्रकरण के बारे में पुलिस के आला अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कुछ भी बताने से साफ इंकार कर दिया. आरटीओ दस्ते के साथ मारपीट करने वाले आधा दर्जन से अधिक बजरी माफिया अभी भी फरार चल रहे हैं. ऐसे में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं. देखना होगा कि आखिर कब तक बजरी माफियाओं का आतंक जारी रहता है और कब सुस्त पुलिस बजरी माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करती है.