ETV Bharat / state

राजधानी में बजरी माफियाओं का आतंक, आरटीओ दस्ते पर हमला करने वाला गिरफ्तार - crime in jaipur

राजधानी में बजरी माफियाओं का आतंक जारी है. माफियाओं ने शनिवार को भी आरटीओ दस्ते के सरीयों और डंडों से मारपीट की. प्रकरण में अभी सिर्फ एक गिरफ्तारी कर पुलिस प्रशासन ने इतिश्री कर ली है.

बेखौफ बजरी माफिया और सुस्त पुलिस
author img

By

Published : Jun 16, 2019, 5:23 PM IST

जयपुर. राजधानी में बजरी माफियाओं के हौसलें बुलंद हैं. पुलिस की सुस्त चाल पुलिस तंत्र पर अनेक सवालिया निशान खड़े कर रही है. करधनी थाना इलाके में जहां बजरी माफियाओं द्वारा डंपर चढ़ाकर एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई तो वहीं शनिवार को जगतपुरा में आरटीओ दस्ते के साथ बजरी माफियाओं ने सरेराह मारपीट कर बजरी से भरा डंपर मौके से लेकर भागने की वारदात को अंजाम दिया. इतना कुछ हो जाने के बावजूद भी जयपुर पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है और बजरी माफियाओं के खिलाफ कोई भी सख्त कदम नहीं उठा रही है.

बेखौफ बजरी माफिया और सुस्त पुलिस

शनिवार को जगतपुरा में आरटीओ दस्ते के साथ मारपीट करने वाले बजरी माफियाओं ने ना केवल सरियों और डंडों से मारपीट की वारदात को अंजाम दिया बल्कि दोबारा दिखाई देने पर जान से मारने की धमकी तक दे डाली. हालांकि मामला गरमाता देख पुलिस ने इस प्रकरण में एक बजरी माफिया गिर्राज यादव को गिरफ्तार कर इतिश्री कर ली.

जब इस पूरे प्रकरण के बारे में पुलिस के आला अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कुछ भी बताने से साफ इंकार कर दिया. आरटीओ दस्ते के साथ मारपीट करने वाले आधा दर्जन से अधिक बजरी माफिया अभी भी फरार चल रहे हैं. ऐसे में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं. देखना होगा कि आखिर कब तक बजरी माफियाओं का आतंक जारी रहता है और कब सुस्त पुलिस बजरी माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करती है.

जयपुर. राजधानी में बजरी माफियाओं के हौसलें बुलंद हैं. पुलिस की सुस्त चाल पुलिस तंत्र पर अनेक सवालिया निशान खड़े कर रही है. करधनी थाना इलाके में जहां बजरी माफियाओं द्वारा डंपर चढ़ाकर एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई तो वहीं शनिवार को जगतपुरा में आरटीओ दस्ते के साथ बजरी माफियाओं ने सरेराह मारपीट कर बजरी से भरा डंपर मौके से लेकर भागने की वारदात को अंजाम दिया. इतना कुछ हो जाने के बावजूद भी जयपुर पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है और बजरी माफियाओं के खिलाफ कोई भी सख्त कदम नहीं उठा रही है.

बेखौफ बजरी माफिया और सुस्त पुलिस

शनिवार को जगतपुरा में आरटीओ दस्ते के साथ मारपीट करने वाले बजरी माफियाओं ने ना केवल सरियों और डंडों से मारपीट की वारदात को अंजाम दिया बल्कि दोबारा दिखाई देने पर जान से मारने की धमकी तक दे डाली. हालांकि मामला गरमाता देख पुलिस ने इस प्रकरण में एक बजरी माफिया गिर्राज यादव को गिरफ्तार कर इतिश्री कर ली.

जब इस पूरे प्रकरण के बारे में पुलिस के आला अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कुछ भी बताने से साफ इंकार कर दिया. आरटीओ दस्ते के साथ मारपीट करने वाले आधा दर्जन से अधिक बजरी माफिया अभी भी फरार चल रहे हैं. ऐसे में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं. देखना होगा कि आखिर कब तक बजरी माफियाओं का आतंक जारी रहता है और कब सुस्त पुलिस बजरी माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करती है.

Intro:जयपुर
एंकर- राजधानी जयपुर में पिछले दिनों घटित हुई दो घटनाओं से बजरी माफियाओं के बुलंद हौसलों का अंदाजा लगाया जा सकता है लेकिन पुलिस की सुस्त चाल पुलिस तंत्र पर अनेक सवालिया निशान खड़े कर रही है। करधनी थाना इलाके में जहां बजरी माफियाओं द्वारा डंपर चढ़ाकर एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई तो वहीं शनिवार को जगतपुरा में आरटीओ दस्ते के साथ बजरी माफियाओं ने सरेराह मारपीट कर बजरी से भरा डंपर मौके से लेकर भागने की वारदात को अंजाम दिया। इतना कुछ हो जाने के बावजूद भी जयपुर पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है और बजरी माफियाओं के खिलाफ कोई भी सख्त कदम नहीं उठा रही है।


Body:वीओ- शनिवार को जगतपुरा में आरटीओ दस्ते के साथ मारपीट करने वाले बजरी माफियाओं ने ना केवल सरियों और डंडों से मारपीट की वारदात को अंजाम दिया बल्कि दोबारा दिखाई देने पर जान से मारने की धमकी तक दे डाली। हालांकि मामला गर्माता देख पुलिस ने इस प्रकरण में एक बजरी माफिया गिर्राज यादव को गिरफ्तार कर इतिश्री कर ली। जब इस पूरे प्रकरण के बारे में पुलिस के आला अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कुछ भी बताने से साफ इंकार कर दिया। जब बजरी माफिया सरेराह राजधानी में मारपीट की वारदातों को अंजाम दे सकते हैं तो फिर प्रदेश में दूसरे जिलों के बारे में सोच कर ही रूह कांप जाती है। आरटीओ दस्ते के साथ मारपीट करने वाले आधा दर्जन से अधिक बजरी माफिया अभी भी फरार चल रहे हैं। ऐसे में पुलिस की कार्यशैली पर भी अनेक सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।


Conclusion:देखना होगा कि आखिर कब तक बजरी माफियाओं का आतंक जारी रहता है और कब सुस्त पुलिस बजरी माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करती है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.