जयपुर. स्वच्छ सर्वेक्षण- 2021 का परिणाम आने से पहले नगर निगम ग्रेटर और हेरिटेज नगर निगम को अच्छी खबर मिली है. थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन के बाद शहर को ओडीएफ प्लस-प्लस का दर्जा मिला है. ओडीएफ प्लस-प्लस का दर्जा रिसर्टिफाई होने से 6 हजार अंक के स्वच्छ सर्वेक्षण में 500 अंक के हो गए हैं.
हालांकि, ग्रेटर और हेरिटेज नगर निगम इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए अलग-अलग तैयारी कर रहा है. लेकिन इंस्पेक्शन के दौरान ग्रेटर और हेरिटेज नगर निगम के बीच टॉयलेट का जो डिवीजन होना था, वो सॉफ्टवेयर की प्रॉब्लम की वजह से स्वच्छ भारत अर्बन के पोर्टल पर हो नहीं पाया. इस वजह से जयपुर की संयुक्त रिपोर्ट आ गई. हालांकि, हाल ही में जमा कराए गए डॉक्यूमेंटेशन के चलते अब थोड़े समय बाद ग्रेटर और नगर निगम की अलग-अलग रिपोर्ट आने की बात की जा रही है.
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गनीमत ये है कि इस संबंध में दोबारा इंस्पेक्शन नहीं होगा और दोनों निगम के लिए ओडीएफ प्लस-प्लस रैंक मान्य होगी. क्योंकि ईटीवी भारत के कैमरे में खुले में शौच और पब्लिक टॉयलेट के सीवर चैंबर से जुड़े नहीं होने की जो तस्वीरें सामने आई, उससे तो ये सर्टिफिकेट मिलता ही नहीं दिख रहा था.
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बता दें कि 27 सितंबर से 3 जनवरी तक नगर निगम क्षेत्र में स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालय, मूत्रालय, स्वच्छ भारत मिशन के तहत बने घरेलू शौचालय सहित विभिन्न क्षेत्रों का थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन किया गया था. इसके बाद नगर निगम के ओडीएफ प्लस-प्लस के स्टेटस को रिसर्टिफाई किया गया है.