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Surya Grahan 2022: कब दिखेगा सूर्य ग्रहण और किन बातों का रखना है ख्याल, यहां जानें सबकुछ - सूर्यग्रहण लेटेस्ट न्यूज

भारत में दीपावली के अगले दिन 25 अक्टूबर 2022 को सूर्यग्रहण ( Solar Eclipse in India) होगा. भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक सूर्यग्रहण को खुली आंखों से नहीं देखें. जानें कितने बजे होगा सूर्य ग्रहण...

Diwali next day Solar eclipse in India
Diwali next day Solar eclipse in India
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Published : Oct 22, 2022, 12:19 PM IST

जयपुर. दीपावली के अगले दिन सूर्यग्रहण (Solar Eclipse in India) होगा. सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से नहीं देखे. क्योंकि सूर्य ग्रहण को खाली आंखों से देखने से नुकसान हो सकता है. इससे अंधापन भी हो सकता है. 25 अक्टूबर 2022 (3 कार्तिक, शक संवत 1944) दिवाली के अगले दिन को आंशिक सूर्य ग्रहण घटित होगा. भारत में सूर्यास्त के पहले अपराहन में सूर्य ग्रहण आरम्भ होगा. इसे अधिकांश स्थानों से देखा जा सकेगा. हांलाकि ग्रहण अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह और उत्तर-पूर्व भारत के कुछ स्थानों से दिखाई नहीं देगा. जिनमें आइजॉल, डिब्रुगड, इम्फाल, इटानगर, कोहिमा, सिबसागर, सिलचर, तामलोंग से दृश्य नहीं होगा.

भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक ग्रहण का अंत भारत में दृश्य नहीं होगा क्योंकि वह सूर्यास्त के उपरांत भी जारी रहेगा. भारत में उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में अधिकतम ग्रहण के समय सूर्य पर चंद्रमा की ओर आच्छादन लगभग 40 से 50 प्रतिशत के बीच होगा. देश के अन्य हिस्सों में आच्छादन का प्रतिशत उपरोक्त मान से कम होगा. दिल्ली और मुम्बई में अधिकतम ग्रहण के समय चंद्रमा की ओर सूर्य के आच्छादन का प्रतिशत क्रमशः 44 प्रतिशत और 24 प्रतिशत के लगभग होगा. ग्रहण की अवधि प्रारम्भ से लेकर सूर्यास्त के समय तक दिल्ली और मुम्बई में क्रमश: 1 घंटे 13 मिनट और 1 घंटे 19 मिनट की होगी. चेन्नई और कोलकाता में ग्रहण की अवधि प्रारम्भ से लेकर सूर्यास्त के समय तक क्रमश: 31 मिनट और 12 मिनट की होगी.

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8 नवंबर को होगा पूर्ण चंद्रग्रहण: ग्रहण यूरोप, मध्य पूर्व अफ्रीका के उत्तर-पूर्वी हिस्सों, पश्चमी एशिया, उत्तर अटलांटिक महासागर और उत्तर हिंद महासागर के क्षेत्रों में दिखाई देगा. अगला ग्रहण जो भारत से दिखाई देगा, वह पूर्ण चंद्र ग्रहण है, जो 8 नवंबर, 2022, मंगलवार को होगा. यह चंद्रोदय के समय भारत के सभी स्थानों से दिखाई देगा. भारत में अगला सूर्य ग्रहण 2 अगस्त 2027 को दृश्य होगा. वह पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा. देश के सभी हिस्सों से वह आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में परिलक्षित होगा. अमावस्या को सूर्य ग्रहण तब घटित होता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है. वे तीनों एक सीध में स्थित हो जाते हैं. आंशिक सूर्य ग्रहण तब घटित होता है, जब चन्द्र चक्रिका सूर्य चक्रिका को आंशिक रूप से ही ढ़क पाती है.

खुली आंखों से देखना नुकसानदायक: सूर्य ग्रहण को थोड़ी देर के लिए भी नंगी आँखों से नहीं देखा जाना चाहिए. चंद्रमा सूर्य के अधिकतम हिस्सों को ढक दे, तब भी इसे खाली आँखों से न देखें. क्योंकि यह आँखों को स्थाई नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे अंधापन हो सकता है. सूर्य ग्रहण को देखने की सबसे सही तकनीक ऐलुमिनी माइलर, काले पॉलिमर, 14 नंबर शेड के झलाईदार कांच का उपयोग कर या टेलेस्कोप के माध्यम से श्वेत पट पर सूर्य की छाया का प्रक्षेपण कर इसे देखना है.

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पढ़ें: धनतेरस के दिन ही खरीद लें लक्ष्मी गणेश की मूर्ति, इन बातों का रखें खास ध्यान

जयपुर. दीपावली के अगले दिन सूर्यग्रहण (Solar Eclipse in India) होगा. सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से नहीं देखे. क्योंकि सूर्य ग्रहण को खाली आंखों से देखने से नुकसान हो सकता है. इससे अंधापन भी हो सकता है. 25 अक्टूबर 2022 (3 कार्तिक, शक संवत 1944) दिवाली के अगले दिन को आंशिक सूर्य ग्रहण घटित होगा. भारत में सूर्यास्त के पहले अपराहन में सूर्य ग्रहण आरम्भ होगा. इसे अधिकांश स्थानों से देखा जा सकेगा. हांलाकि ग्रहण अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह और उत्तर-पूर्व भारत के कुछ स्थानों से दिखाई नहीं देगा. जिनमें आइजॉल, डिब्रुगड, इम्फाल, इटानगर, कोहिमा, सिबसागर, सिलचर, तामलोंग से दृश्य नहीं होगा.

भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक ग्रहण का अंत भारत में दृश्य नहीं होगा क्योंकि वह सूर्यास्त के उपरांत भी जारी रहेगा. भारत में उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में अधिकतम ग्रहण के समय सूर्य पर चंद्रमा की ओर आच्छादन लगभग 40 से 50 प्रतिशत के बीच होगा. देश के अन्य हिस्सों में आच्छादन का प्रतिशत उपरोक्त मान से कम होगा. दिल्ली और मुम्बई में अधिकतम ग्रहण के समय चंद्रमा की ओर सूर्य के आच्छादन का प्रतिशत क्रमशः 44 प्रतिशत और 24 प्रतिशत के लगभग होगा. ग्रहण की अवधि प्रारम्भ से लेकर सूर्यास्त के समय तक दिल्ली और मुम्बई में क्रमश: 1 घंटे 13 मिनट और 1 घंटे 19 मिनट की होगी. चेन्नई और कोलकाता में ग्रहण की अवधि प्रारम्भ से लेकर सूर्यास्त के समय तक क्रमश: 31 मिनट और 12 मिनट की होगी.

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8 नवंबर को होगा पूर्ण चंद्रग्रहण: ग्रहण यूरोप, मध्य पूर्व अफ्रीका के उत्तर-पूर्वी हिस्सों, पश्चमी एशिया, उत्तर अटलांटिक महासागर और उत्तर हिंद महासागर के क्षेत्रों में दिखाई देगा. अगला ग्रहण जो भारत से दिखाई देगा, वह पूर्ण चंद्र ग्रहण है, जो 8 नवंबर, 2022, मंगलवार को होगा. यह चंद्रोदय के समय भारत के सभी स्थानों से दिखाई देगा. भारत में अगला सूर्य ग्रहण 2 अगस्त 2027 को दृश्य होगा. वह पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा. देश के सभी हिस्सों से वह आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में परिलक्षित होगा. अमावस्या को सूर्य ग्रहण तब घटित होता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है. वे तीनों एक सीध में स्थित हो जाते हैं. आंशिक सूर्य ग्रहण तब घटित होता है, जब चन्द्र चक्रिका सूर्य चक्रिका को आंशिक रूप से ही ढ़क पाती है.

खुली आंखों से देखना नुकसानदायक: सूर्य ग्रहण को थोड़ी देर के लिए भी नंगी आँखों से नहीं देखा जाना चाहिए. चंद्रमा सूर्य के अधिकतम हिस्सों को ढक दे, तब भी इसे खाली आँखों से न देखें. क्योंकि यह आँखों को स्थाई नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे अंधापन हो सकता है. सूर्य ग्रहण को देखने की सबसे सही तकनीक ऐलुमिनी माइलर, काले पॉलिमर, 14 नंबर शेड के झलाईदार कांच का उपयोग कर या टेलेस्कोप के माध्यम से श्वेत पट पर सूर्य की छाया का प्रक्षेपण कर इसे देखना है.

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