जयपुर. लोकसभा चुनाव में राजस्थान में कांग्रेस की करारी हार के बाद मंत्रियों में बयानबाजी का दौर भी तेज है. जहां एक तरफ हार की जिम्मेदारी लेते हुए कृषि मंत्री लालचंद कटारिया के इस्तीफे की पेशकश का लेटर वायरल हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ सरकार के मंत्रियों की भी अलग-अलग राय सामने आ रही हैं. इस पर सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल का कहना है कि अगर लालचंद कटारिया ने इस्तीफा दिया है, तो उसकी कटारिया जाने मुझे इससे कोई लेना देना नहीं है.
दरअसल, मास्टर भंवरलाल मेघवाल से पूछा गया था कि प्रदेश में कांग्रेस की लोकसभा चुनाव में करारी हार हुई है. ढाई महीने पहले विधानसभा चुनाव में जनता ने कांग्रेस को जनाधार के साथ सत्ता में बैठाया. लेकिन, उसके ढाई महीने बाद जब लोकसभा चुनाव होते हैं तो कांग्रेस लोकसभा सीट की 25 की 25 सीटें गंवा देती है. इनमें से 200 विधानसभा सीटों में से 180 से अधिक सीटों पर कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ता है. जिस पर उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने अभी अपना काम का शुरू भी नहीं किया. यह इस सरकार के कामकाज के आकलन नहीं है. इस बार मोदी ने राष्ट्रवाद और सेना के नाम पर भावनात्मक मुद्दे पर वोट मांगे मोदी ने कभी विकास के नाम पर चुनाव नहीं लड़ा.
इस बार चुनाव में सिर्फ राष्ट्रवाद की बात की गई और लोग उस राष्ट्रवाद की भावनाओं में बह गए. इसके अलावा उनका कहना था कि कांग्रेस हार पर मंथन कर रही है. दिल्ली में इसको लेकर लगातार बैठकों का दौर जारी है. प्रदेश के मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री प्रदेश प्रभारी सहित सभी नेता मौजूद है राष्ट्र अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ में बैठक कर रहे हो और इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि आखिर कहां पर चूक रही है. लेकिन जब इसी बीच मास्टर भंवरलाल मेघवाल से लालचंद कटारिया को लेकर जो अफवाहों का बाजार गर्म है. उस पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे लालचंद कटारिया की इस्तीफे से कोई लेना-देना नहीं है. ना मेरी उससे कोई बात हुई है और ना इस बारे में मुझे कोई जानकारी है.