जयपुर. कोरोना महामारी ( Coronavirus ) से भले ही त्योहारों का रंग फीका रहा हो, लेकिन इसका पॉजिटिव इम्पैक्ट भी देखने को मिला है. लॉकडाउन के दौरान जहां प्रदूषण का स्तर कम हुआ. वहीं, अब वर्षों बाद प्रोफेशनल सेक्टर से जुड़े लोगों को परिवार संग दिवाली ( Diwali Celebration With Family ) मनाने का मौका भी मिला है. एक अरसे बाद गुरुग्राम, पुणे, बेंगलुरु, नोएडा जैसे बड़े शहरों में काम करने वाले जयपुरवासी अपने घरों में परिजनों के साथ दिवाली सेलिब्रेट कर रहे हैं.
कोरोना की वजह से अब तक परदेश में या घर से दूर रहकर दिवाली मनाने वाले नौकरीपेशा लोग कई सालों बाद परिवार के साथ दिवाली मना पाएंगे. इससे पहले नौकरी पेशा लोगों को दिवाली पर छुट्टी नहीं मिलने या घर से बहुत दूर होने की वजह से परिवार संग दिवाली नहीं मना पाते थे, लेकिन इस बार कई सालों बाद ऐसा मौका आया है, जब नौकरीपेशा घर से ही काम कर रहे हैं. ऐसे में उनको अपने परिवार के साथ दिवाली मनाने का भी अच्छा मौका मिला है.
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वर्क फ्रॉम होम का मिला फायदा
कोरोना की वजह से लगभग सभी कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम किया हुआ है. ऐसे में उनके परिवार में काफी खुशी का माहौल है कि कई सालों बाद परिवार एक साथ मिलकर दिवाली का पर्व मना रहा है. एमबीए और आईटी सेक्टर से जुड़े लोगों ने बताया कि काफी सालों से परिवार से दूर रहकर अपनी नौकरी कर रहे हैं और दिवाली पर भी कभी घर आने का मौका नहीं मिला, लेकिन इस बार कोरोना की वजह से घर से ही काम कर रहे हैं, तो ऐसे में कई सालों बाद परिवार के साथ दिवाली मनाएंगे.
आईटी सेक्टर से जुड़े डेविड दीवान ने बताया कि वह गुरुग्राम में रहकर एक कंपनी में काम करते हैं और दिवाली के त्योहार पर भी कई सालों से घर नहीं आना हो रहा था. करीब 4 से 5 साल बाद उन्हें अपने परिवार के साथ दिवाली मनाने का मौका मिला है. एमबीए प्रोफेशनल से जुड़ी रुचि ने बताया कि कई सालों से गुरुग्राम में रहकर एक कंपनी में नौकरी कर रही है. कोरोना के चलते इस बार वर्क फ्रॉम होम चल रहा है. दिवाली पर छुट्टी नहीं मिलने की वजह से घर नहीं आ पाती थी, लेकिन इस बार दिवाली परिवार के साथ घर पर सेलिब्रेट कर पाएंगे.
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पुणे में नौकरी करने वाले सुमित ने बताया कि 4 से 5 साल बाद यह पहली दिवाली है जो अपने परिवार के साथ मना पा रहा हूं. कोरोना की वजह से शिक्षण संस्थान बंद है, ऐसे में बच्चे भी अपने घर और परिवार के साथ दिवाली मना रहे हैं. घर परिवार के साथ त्योहार मनाने का सुख और आनंद कहीं और नहीं है.