जयपुर. राजस्थान के रिटायर्ड डीजी नवदीप सिंह, उनकी पत्नी परम नवदीप सिंह और अन्य के खिलाफ जयपुर ग्रामीण के रायसर थाने में एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है. मुकदमे की जांच जमवारामगढ़ वृत्ताधिकारी शिव कुमार भारद्वाज को सौंपी गई है. जमवारामगढ़ वृत्ताधिकारी शिव कुमार भारद्वाज के अनुसार, रायसर थाना इलाके के टोडालडी गांव के निवासी रामकरण मीणा अपने भाई भगवान सहाय और अन्य लोगों के साथ रायसर थाना पहुंच कर 1 जुलाई को नवदीप सिंह, उनकी पत्नी परम नवदीप और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है.
उन्होंने अपनी रिपोर्ट में बताया कि 30 जून को टोडालडी गांव में नदी के खेतों में एक फॉर्च्यूनर गाड़ी के साथ 10-11 बोलेरो, चार पिकअप और तीन अन्य गाड़ियां आकर रुकी. इनमें गुंडे हथियार लेकर आए थे. उन्होंने आते ही खेत में काम कर रही महिलाओं के साथ गाली-गलौज की और जाति सूचक गालियां निकाली. गाड़ी से उतरे एक शख्स जिनका नाम नवदीप सिंह है. उन्होंने गोली मारने की धमकी दी और कहा कि तुम लोग मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते हो. मैं डीजी रहा हूं और सीएम और मंत्रियों से जान-पहचान है.
परिवादी ने रिपोर्ट में बताया कि इससे गांव में दहशत का माहौल है. परिवादी की रिपोर्ट के आधार पर नवदीप सिंह, उनकी पत्नी परम नवदीप सिंह और अन्य के खिलाफ आईपीसी और एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.
खरीदी जमीन पर कब्जे से जुड़ा है मामला : बताया जा रहा है कि रिटायर्ड डीजी नवदीप सिंह टोडालडी गांव में अपनी खरीदी करीब 75 बीघा जमीन पर कब्जा लेने गए थे. इस दौरान उन्हें वहां पहले से काबिज लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा और उनके साथ आए लोग और ग्रामीण आमने-सामने हो गए. इस पर ग्रामीणों ने हथियार दिखाकर जमीन पर कब्जा करने और जातिसूचक गालियां देने का आरोप लगाते हुए रायसर थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है.