जयपुर. राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट रविवार को जयपुर के झारखंड महादेव मंदिर में पूजा करने पहुंचे. इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने अपने अनशन से लेकर बाकी अन्य बातें रखते हुए 25 सितंबर की घटना को कांग्रेस पार्टी के लिए असली नुकसान वाली घटना बताई.
सचिन पायलट ने कहा कि हम लोगों ने अनशन के दौरान जब अपनी बात उठाई थी, उस समय हम में से किसी ने इस्तीफा नहीं सौंपा था, जबकि 25 सितंबर के दिन विधायकों ने सोनिया गांधी के निर्णय के खिलाफ बगावत करते हुए इस्तीफे भी सौंपा था. सचिन पायलट ने कहा कि 25 सितंबर की घटना पर कार्रवाई को लेकर तो प्रभारी सुखजिंद्र सिंह रंधावा ही कोई जवाब दे सकते हैं. जो भी है लेकिन 25 सितंबर की जो घटना हुई थी वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के विरोध में एक तरह से बगावत थी और पार्टी को जो असल नुकसान हुआ वह उस समय विधायकों की बगावत से ही हुआ था.
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पायलट ने कहा कि 25 सितंबर को सोनिया गांधी के आदेशों की अवहेलना हुई. उन्हें चुनौती दी गई और यह सब काम सबके सामने हुआ. अब तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इसके क्या कारण रहे इसका जवाब तो एआईसीसी ही दे सकता है लेकिन जब हमने अपनी बात 2020 में रखी थी तो इस्तीफा नहीं दिया था. वहीं 25 सितंबर की घटना को लेकर तो पार्टी ने खुद ही कारण बताओ नोटिस जारी किया है जिसका जवाब आया या नहीं उसके बारे में जानकारी नहीं है, लेकिन हकीकत में एंटी पार्टी गतिविधि तो 25 सितंबर की घटना थी.
पायलट ने कहा कि जब सोनिया गांधी के खिलाफ बगावत हुई और माकन और खड़गे का खुलेआम अपमान हुआ तो इससे ज्यादा नुकसान पार्टी को किसी घटना से नहीं हो सकता. पायलट ने कहा कि इतनी बड़ी घटना के बाद जो कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हुई थी अब वह लगता है कि थम गई है. उस पर भी लोग सवाल उठाएंगे लेकिन इसका जवाब हमारे पास नहीं, एआईसीसी के पास है.