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बिना पद के पायलट बने स्टार, हिमाचल में 21 विधानसभाओं में की सभा, 13 पर सफलता - Jaipur latest news

साल 2020 से लगातार बिना किसी पद के सचिन पायलट बतौर स्टार प्रचारक (Pilot became Star campaigner without post) पार्टी के पक्ष में चुनावी राज्यों में प्रचार कर रहे हैं. अब तक वो 11 राज्यों में करीब 100 से ज्यादा सभाएं कर चुके हैं. वहीं, हिमाचल में उन्होंने 21 विधानसभा क्षेत्रों में सभाएं की, जिनमें से 13 पर पार्टी को सफलता हासिल हुई है. लेकिन अब पायलट समर्थकों को पार्टी आलाकमान से रिवॉर्ड का इंतजार है.

Sachin Pilot wonders in Himachal
Sachin Pilot wonders in Himachal
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Published : Dec 9, 2022, 6:54 PM IST

जयपुर. गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव के नतीजे आने के बाद जिस तरह से हिमाचल में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है, उसका श्रेय राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को (Sachin Pilot wonders in Himachal) भी दिया जा रहा है. पायलट को कांग्रेस पार्टी ने न केवल ऑब्जर्वर बनाया, बल्कि अन्य राज्यों की तरह हिमाचल में भी स्टार प्रचारक बनाया था. ऐसे में पायलट ने गुजरात से ज्यादा प्राथमिकता हिमाचल को दी. हिमाचल में पायलट ने कुल 21 विधानसभा सीटों पर प्रचार किया. इन 21 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का प्रदर्शन पहले की तुलना में काफी अच्छा रहा और करीब 70 फीसद विधानसभा सीटों पर पार्टी ने जीत दर्ज की है.

पायलट ने जिन 21 विधानसभा सीटों पर प्रचार किया, उनमें से 13 विधानसभाओं में पार्टी को सफलता मिली है. वहीं, 6 विधानसभाओं में भले ही भाजपा को जीत (Big success for Congress in Himachal) मिली हो, लेकिन वहां भी कांटे की टक्कर रही. इसके अलावा दो विधानसभा सीटों पर निर्दलीयों ने बाजी मारी है. आपको बता दें कि साल 2020 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत के चलते पायलट को प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री पद खोने पड़े थे. इसके बावजूद पायलट को पार्टी ने वापसी के बाद हर प्रदेश में प्रचार करने के लिए स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया. ऐसे में पायलट बिना पद के ही कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए दूसरे राज्यों में लगातार प्रचार करते रहे.

इसे भी पढ़ें - हिमाचल में कांग्रेस की जीत के बाद पायलट का ये वीडियो हो रहा वायरल

इन सीटों पर मिली जीत: सचिन पायलट ने हिमाचल की जिन (Himachal Pradesh Assembly Election Results) विधानसभा सीटों पर प्रचार किया था. उसमें से 13 सीटों पर पार्टी को सफलता हासिल हुई. जिसमें कसौली, धर्मपुर, शाहपुर, बैजनाथ, कुल्लू, दारंग, पालमपुर, ज्वालामुखी, कुटलैहड़, सोलन, जुब्बल कोटखाई, लाहुल स्पीति और शिमला विधानसभा सीट शामिल थी.

पराजय के बावजूद यहां प्रदर्शन रहा बेहतर: सुलह, नूरपुर, अन्नी, सुंदरनगर, करसोग और कांगड़ा ये वो विधानसभा सीटें रही, जहां सचिन पायलट ने प्रचार तो जरूर किया था, लेकिन भाजपा इन सीटों को निकालने में कामयाब रही. बावजूद इसके इन सीटों पर भी कांग्रेस का प्रदर्शन पिछले चुनावों की तुलना में काफी बेहतर रहा. वहीं, हमीरपुर और नालागढ़ दो ऐसी विधानसभा सीटें रही, जहां निर्दलीयों को कामयाबी मिली.

खैर, ऐसा नहीं है कि सचिन पायलट ने केवल हिमाचल प्रदेश में ही प्रचार किया था. इसके इतर उन्होंने 2020 में हुई सियासी उठापटक के बाद कुल 11 राज्यों में पार्टी के पक्ष में प्रचार किया. वहीं, वर्तमान में कांग्रेस में सचिन पायलट ही एक ऐसे नेता हैं, जो बिना किसी पद के हर चुनावी राज्य में बतौर स्टार प्रचारक प्रचार करते नजर आते हैं. चाहे वो चुनाव हो या उपचुनाव राजस्थान से कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में सचिन पायलट का नाम जरूर शामिल होता है.

पायलट ने अब तक जिन राज्यों में सभाएं की हैं, उन राज्यों में हिमाचल प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, केरल, असम, बिहार, गोवा, मध्य्प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल है. जिनमें पायलट ने करीब 100 से ज्यादा सभाएं की. आज राजस्थान कांग्रेस के नेताओं की बात करें तो पायलट गांधी परिवार के सबसे करीबी नेताओं की सूची में नंबर एक पर हैं. बावजूद इसके अब भी उनके समर्थकों पार्टी आलाकमान से सम्मान का इंतजार है.

जयपुर. गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव के नतीजे आने के बाद जिस तरह से हिमाचल में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है, उसका श्रेय राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को (Sachin Pilot wonders in Himachal) भी दिया जा रहा है. पायलट को कांग्रेस पार्टी ने न केवल ऑब्जर्वर बनाया, बल्कि अन्य राज्यों की तरह हिमाचल में भी स्टार प्रचारक बनाया था. ऐसे में पायलट ने गुजरात से ज्यादा प्राथमिकता हिमाचल को दी. हिमाचल में पायलट ने कुल 21 विधानसभा सीटों पर प्रचार किया. इन 21 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का प्रदर्शन पहले की तुलना में काफी अच्छा रहा और करीब 70 फीसद विधानसभा सीटों पर पार्टी ने जीत दर्ज की है.

पायलट ने जिन 21 विधानसभा सीटों पर प्रचार किया, उनमें से 13 विधानसभाओं में पार्टी को सफलता मिली है. वहीं, 6 विधानसभाओं में भले ही भाजपा को जीत (Big success for Congress in Himachal) मिली हो, लेकिन वहां भी कांटे की टक्कर रही. इसके अलावा दो विधानसभा सीटों पर निर्दलीयों ने बाजी मारी है. आपको बता दें कि साल 2020 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत के चलते पायलट को प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री पद खोने पड़े थे. इसके बावजूद पायलट को पार्टी ने वापसी के बाद हर प्रदेश में प्रचार करने के लिए स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया. ऐसे में पायलट बिना पद के ही कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए दूसरे राज्यों में लगातार प्रचार करते रहे.

इसे भी पढ़ें - हिमाचल में कांग्रेस की जीत के बाद पायलट का ये वीडियो हो रहा वायरल

इन सीटों पर मिली जीत: सचिन पायलट ने हिमाचल की जिन (Himachal Pradesh Assembly Election Results) विधानसभा सीटों पर प्रचार किया था. उसमें से 13 सीटों पर पार्टी को सफलता हासिल हुई. जिसमें कसौली, धर्मपुर, शाहपुर, बैजनाथ, कुल्लू, दारंग, पालमपुर, ज्वालामुखी, कुटलैहड़, सोलन, जुब्बल कोटखाई, लाहुल स्पीति और शिमला विधानसभा सीट शामिल थी.

पराजय के बावजूद यहां प्रदर्शन रहा बेहतर: सुलह, नूरपुर, अन्नी, सुंदरनगर, करसोग और कांगड़ा ये वो विधानसभा सीटें रही, जहां सचिन पायलट ने प्रचार तो जरूर किया था, लेकिन भाजपा इन सीटों को निकालने में कामयाब रही. बावजूद इसके इन सीटों पर भी कांग्रेस का प्रदर्शन पिछले चुनावों की तुलना में काफी बेहतर रहा. वहीं, हमीरपुर और नालागढ़ दो ऐसी विधानसभा सीटें रही, जहां निर्दलीयों को कामयाबी मिली.

खैर, ऐसा नहीं है कि सचिन पायलट ने केवल हिमाचल प्रदेश में ही प्रचार किया था. इसके इतर उन्होंने 2020 में हुई सियासी उठापटक के बाद कुल 11 राज्यों में पार्टी के पक्ष में प्रचार किया. वहीं, वर्तमान में कांग्रेस में सचिन पायलट ही एक ऐसे नेता हैं, जो बिना किसी पद के हर चुनावी राज्य में बतौर स्टार प्रचारक प्रचार करते नजर आते हैं. चाहे वो चुनाव हो या उपचुनाव राजस्थान से कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में सचिन पायलट का नाम जरूर शामिल होता है.

पायलट ने अब तक जिन राज्यों में सभाएं की हैं, उन राज्यों में हिमाचल प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, केरल, असम, बिहार, गोवा, मध्य्प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल है. जिनमें पायलट ने करीब 100 से ज्यादा सभाएं की. आज राजस्थान कांग्रेस के नेताओं की बात करें तो पायलट गांधी परिवार के सबसे करीबी नेताओं की सूची में नंबर एक पर हैं. बावजूद इसके अब भी उनके समर्थकों पार्टी आलाकमान से सम्मान का इंतजार है.

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