जयपुर. सेकेंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण के मकान पर ट्रिब्यूनल कोर्ट के आदेश के बाद शुक्रवार को जयपुर विकास प्राधिकरण ने बुलडोजर चलाया. शाम सवा चार बजे सारण के आवास के आगे के हिस्से पर 15 फीट के सेटबैक को कवर करके किए गए निर्माण को ध्वस्त किया गया. वहीं सूरज ढलने के साथ कार्रवाई रोकी गई.
अब बचे हुए अवैध निर्माण पर शनिवार सुबह से कार्रवाई की जाएगी. इससे पहले ट्रिब्यूनल कोर्ट ने भूपेंद्र सारण की याचिका को खारिज करते हुए आदेश दिए थे. सारण के वकील ने कोर्ट में स्वीकार किया कि उसने अवैध निर्माण किया है. जेडीए ने भी 4 पेज का जवाब पेश किया था. इसमें कहा गया कि ये साधारण अवैध निर्माण का मामला नहीं है. हजारों बेरोजगारों के भविष्य और उनकी भावनाओं का मामला है.
जेडीए की ट्रिब्यूनल कोर्ट में शुक्रवार दोपहर भूपेंद्र सारण के आवास के ध्वस्तीकरण प्रकरण को लेकर सुनवाई पूरी हुई. ट्रिब्यूनल ने अपना फैसला जेडीए के पक्ष में दिया और जेडीए को अवैध हिस्सा तोड़ने और अप्रूव्ड हिस्सा प्रोटेक्ट रखने के लिए कहा गया था. इसे ध्यान में रखते हुए जेडीए की विजिलेंस टीम ने कार्रवाई शुरू की. कार्रवाई के दौरान मौजूद रहे मुख्य प्रवर्तन अधिकारी रघुवीर सिंह ने बताया कि ट्रिब्यूनल कोर्ट के निर्देश के अनुसार वैध निर्माण और आसपास के मकानों को किसी तरह की क्षति न पहुंचे, इसे ध्यान में रखते हुए भूपेंद्र सारण के अवैध निर्माण पर कार्रवाई की जा रही है.
उन्होंने बताया कि आगे 15 फुट और पीछे सवा 8 फुट के सेट बैक को कवर करते हुए अवैध निर्माण किया गया था. जिसका ध्वस्तीकरण किया जाएगा. हालांकि रजनी विहार कॉलोनी में अन्य आवास भी इसी तरह 15 फुट आगे सेट बैक को कवर करते हुए निर्माण किए हुए हैं. इस पर रघुवीर सैनी ने स्पष्ट किया कि कार्रवाई का तात्कालिक कारण पेपर लीक प्रकरण है. ये निर्माण पेपर लीक के मुख्य अभियुक्त से संबंधित है. निवास के मामलों में आम जनता के साथ व्यवहारिक नीति लेकर चलते हैं और कोई मेजर वायलेशन ना करें तो ऐसे निर्माणों पर कार्रवाई नहीं की जाती.
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ये कार्रवाई अन्य निर्माणों से अलग है. यहां के दूसरे रहवासियों को इस कार्रवाई से असुरक्षा का भाव नहीं आना चाहिए. उन्होंने कहा कि ट्रिब्यूनल कोर्ट के आदेश के बाद विजिलेंस टीम ने कार्रवाई शुरू की और सूर्यास्त तक जितना ध्वस्तीकरण किया जा सका, उसके आगे की कार्रवाई शनिवार सुबह से शुरू की जाएगी. शनिवार को दोपहर तक कार्रवाई को पूर्ण अंजाम दे दिया जाएगा. मैनुअल, लोखंडा सिस्टम और ड्रिल मशीन जैसे उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए पीछे के सेटबैक पर बने अवैध निर्माण का ध्वस्तीकरण किया जाएगा.
बता दें कि इससे पहले भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका के जयपुर के गुर्जर की थड़ी स्थित अधिगम कोचिंग इंस्टीट्यूट पर जेडीए ने एक्शन लिया था. जेडीए ने कोचिंग की बिल्डिंग पर बुलडोजर चलाया. करीब 3 घंटे में पूरी 5 मंजिला बिल्डिंग को गिरा दिया गया था. ये इंस्टीट्यूट कॉर्नर के प्लॉट पर था और सर्विस रोड की जगह पर कब्जा करके बनाया गया था. इसके तीन कमरे और अन्य निर्माण को जेडीए ने जेसीबी और पोकलेन मशीनों से तोड़ा गया था. वहीं पेपर लीक मामले में राज्य सरकार ने चार सरकारी कर्मचारियों को भी बर्खास्त कर दिया है. इनमें सिरोही जिले के सीनियर टीचर भागीरथ, जालोर के जसवंतराम स्कूल के सीनियर टीचर रावताराम, ठेलिया स्कूल के प्रिंसिपल सुरेश कुमार, चितलवाना झाब में तैनात सीनियर असिस्टेंट पुखराज शामिल है.